श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तानी सेना की ओर से सोमवार को भारी गोलाबारी की गयी. इसमें बीएसएफ के एक इंस्पेक्टर शहीद हो गये. पांच साल की बच्ची की भी मौत होने की सूचना है. जानकारी के मुताबिक गोलाबारी के दौरान 20 लोग घायल भी हुए हैं.
पाकिस्तान ने पुंछ एवं राजौरी जिलों में लगातार चौथे दिन संघर्षविराम का उल्लंघन जारी रखते हुए सोमवार को पुंछ सेक्टर की अग्रिम चौकी पर गोले फेंके. गोलों से बीएसएफ की 168 बटालियन के इंस्पेक्टर टी एलेक्स लालमिनलुम समेत पांच कर्मी घायल हो गए थे.
बीएसएफ इंस्पेक्टर ने बाद में दम तोड़ दिया, जबकि बीएसएफ के अन्य घायल कर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सेना के एक प्रवक्ता ने कहा, 'भारतीय सेना जवाब दे रही है.' उन्होंने बताया कि घायल सैनिक खतरे से बाहर हैं.
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद भारतीय सेना ने भी अपनी तरफ से 'मुंहतोड़ जवाब' दिया. उन्होंने बताया कि छह घर भी गोलाबारी की चपेट में आ गए और कई क्षतिग्रस्त हो गए.
अदिकारियों के अनुसार सोमवार दोपहर शाहपुर उप सेक्टर के एक गांव में एक घर के नजदीक गोला गिरा. इस हमले में सोबिया (5) की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गये.
पाकिस्तानी गोलाबारी में दो महिलाओं समेत 10 आम नागरिकों के घायल होने की भी सूचना मिली है. साथ ही कृष्णाघाटी सेक्टर में सेना का एक जवान भी जख्मी हो गया.
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास अग्रिम इलाकों में 10 से ज्यादा गांवों को निशाना बनाया. गांवों पर एक नजर:
- धोकरी
- बनवात
- बांदी चेचियां
- कस्बा
- दिगवार
- गुंतारियां
- शाहपुर
- केरनी
- कृष्णा घाटी
- मनकोटे
- गुलपुर
पाकिस्तान ने पुंछ में नियंत्रण रेखा पर असैन्य क्षेत्रों को भारी हथियारों और मोर्टार बमों से निशाना बनाया. स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.
अंतिम खबर आने तक देगवार शाहपुर, केरनी, कृष्णा घाटी, मनकोटे, गुलपुर और पुंछ उप संभागों में पाकिस्तानी सेना की ओर से गोलाबारी जारी है.
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान ने पुंछ जिले में शाहपुर और करनी सेक्टरों में नियंत्रण रेखा पर मोर्टार से गोलाबारी की. सोमवार सुबह करीब सात बजकर 40 मिनट पर संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया.
अधिकारियों ने बताया कि कासबा, मनकोट, करनी, गुंटारियां और शाहपुर गांवों में मोर्टार दागे गये. पाकिस्तान की तरफ से जारी गोलाबारी के बीच लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है.
अधिकारियों ने बताया कि एहतियात के तौर पर गोलाबारी प्रभावित क्षेत्रों में सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं.
गोलाबारी से प्रभावित कुछ ग्रामीणों के मुताबिक उनके कुछ मवेशी भी घायल हुए हैं.