गुवाहाटी : पूरी दुनिया इस समय कोरोना महामारी से लड़ रही है. तो वहीं असम में नदियों के किनारे रहने वाले लोग दोहरी लड़ाई लड़ रहे हैं. बारिश के मौसम में आने वाली बाढ़ से निबटने के लिए तैयारी कर रहे हैं. असम के शिवसागर जिले के अमगुरी क्षेत्र के लोग कोरोनो लड़ाई के साथ राज्य में बारिश के मौसम में आने वाली बाढ़ के खिलाफ लड़ने के लिए नाव बना रहे हैं.
राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से बार-बार नदी के कटाव के लिए उपाय करने का वादा किया जा रहा है. हर बार की तरह इस बार भी सरकार के वादों को नजरअंदाज करते हुए अमगुरी क्षेत्र के लोग अपने परिवार को सुरक्षित बचाने के लिए अभी से ही तैयारी में जुट गए हैं. इस क्षेत्र के लोग बाढ़ से निबटने के लिए स्वंय से नाव बना रहे हैं.
असम में सामान्य तौर पर जून के अंत तक बारिश का मौसम आ जाता है. राज्य में चार नदियों में ज्यादातर बाढ़ आता है. इस बाढ़ में लाखों लोगों को प्रभावित होते हैं, कई हजार लोग बेघर हो जाते हैं. पिछले साल असम में बाढ़ के कारण 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और इससे कई लाख लोग बेघर हो गए थे.
हालांकि असम सरकार ने संबंधित विभाग को मानसून के मौसम से पहले तटबंधों की अच्छी तरह से मरम्मत करने के लिए कहा था, कोरोना वायरस के प्रसार और लॉकडाउन ने अधिकांश स्थानों पर हो रहे कामों को रोक दिया है.
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एक स्थानीय निवासी ने बताया कि हम लोग इस बार चार नाव बना रहे हैं. इसमें से हम दो नाव बेच देंगे. दो अपन परिवार के लिए रखेंगे. तटबंधों की मरम्मत होना बाकी है. हालांकि काम शुरू हो गया है. कोरोना महामारी के कारण कुछ दिन के लिए काम रोक दिया गया था.