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TMC छोड़ BJP में आने वाले नेता लौटे 'घर' - lok sabha election

तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित नेता अनुपम हाजरा लोकसभा चुनाव-2019 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. आज पीएम मोदी ने कहा कि TMC के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं. हालांकि, अनुपम के आज TMC ऑफिस पहुंचने के बाद राजनीतिक अटकलें शुरू हो गई हैं. जानें क्या है पूरा मामला...

अनुब्रत मंडल और अनुपम हाजरा
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Published : Apr 29, 2019, 6:28 PM IST

Updated : Apr 29, 2019, 6:50 PM IST

कोलकाता: एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 40 विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेता कुछ और इशारा कर रहे हैं. हाल ही में टीएमसी का दामन छोड़ भाजपा खेमे में आने वाले अनुपम हाजरा कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं.

तृणमूल कार्यालय में अनुब्रत मंडल से मिलने पहुंचे अनुपम हाजरा

अनुपम हाजरा बोलपुर से सांसद हैं. 12 मार्च को उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली. लेकिन अब दोबारा उन्हें टीएमसी के नेता अनुब्रत मंडल के घर पर देखा गया. इस खबर से भाजपा में बेचैनी आ गई है.

anupam hazra joins bjp
बीजेपी में शामिल होने के बाद अनुपम हाजरा का ट्वीट

वैसे, हाजरा ने साफ कर दिया है कि राजनीतिक अटकल लगाने की जरूरत नहीं है. हमारा अनुब्रत मंडल से निजी रिश्ता है. वे हमारे चाचा की तरह हैं. मंडल की ओर से भी बयान आया है कि हाजरा उनके भतीजे हैं.

anupam hazra meets anubhata mandal
बोलपुर के TMC कार्यालय में अनुपम हाजरा और अनुब्रत मंडल

अनुब्रत मंडल ने कहा कि उन्होंने उच्च स्तर तक पार्टी से बात कर ली थी. टिकट हाजरा को ही मिलने वाला था. फिर अचानक ऐसा क्या हुआ, कि वह पलट गया. यह उसकी नासमझी है. उसे विश्वास बनाए रखना चाहिए था. हम टिकट के दावेदार नहीं थे.

anupam hazra meets anubhata mandal
अनुब्रत मंडल से मिलने पहुंचे BJP कैंडिडेट अनुपम हाजरा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाजरा ने कहा कि अनुब्रंत मंडल से उनके संबंध अच्छे हैं. लेकिन निजी रिश्ते और राजनीतिक रिश्तों में फर्क होता है. उनके अनुसार मंडल उनके रास्ते में आ गए थे. लिहाजा, उन्होंने नया राजनीतिक निर्णय लिया.

प्रेस वार्ता के दौरान अनुपम ने कहा 'मेरा रिश्ता खराब हो रहा था. किसी ने ध्यान नहीं दिया. निजी रिश्ते अच्छे हैं.' अनुपम ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है और निजी रिश्ते अपनी जगह हैं.

ये भी पढ़ें: TMC के 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं, चुनावी रैली में PM मोदी ने किया दावा

आपको ये भी बता दें कि हाजरा को टीएमसी ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण निकाल दिया था. हकीकत चाहे जो भी हो, लेकिन जब कोई इतना बड़ा नेता दोबारा से टीएमसी नेता के पास जाए, तो चुनाव के समय इसके राजनीतिक निहितार्थ निकाले ही जाएंगे.

अनुपम हाजरा एक सामाजिक कार्य शिक्षक और विकासात्मक पेशेवर हैं. उन्होंने असम विश्वविद्यालय से ग्रामीण स्वच्छता पर डॉक्टरेट अनुसंधान पूरा किया है.

कोलकाता: एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 40 विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के नेता कुछ और इशारा कर रहे हैं. हाल ही में टीएमसी का दामन छोड़ भाजपा खेमे में आने वाले अनुपम हाजरा कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं.

तृणमूल कार्यालय में अनुब्रत मंडल से मिलने पहुंचे अनुपम हाजरा

अनुपम हाजरा बोलपुर से सांसद हैं. 12 मार्च को उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली. लेकिन अब दोबारा उन्हें टीएमसी के नेता अनुब्रत मंडल के घर पर देखा गया. इस खबर से भाजपा में बेचैनी आ गई है.

anupam hazra joins bjp
बीजेपी में शामिल होने के बाद अनुपम हाजरा का ट्वीट

वैसे, हाजरा ने साफ कर दिया है कि राजनीतिक अटकल लगाने की जरूरत नहीं है. हमारा अनुब्रत मंडल से निजी रिश्ता है. वे हमारे चाचा की तरह हैं. मंडल की ओर से भी बयान आया है कि हाजरा उनके भतीजे हैं.

anupam hazra meets anubhata mandal
बोलपुर के TMC कार्यालय में अनुपम हाजरा और अनुब्रत मंडल

अनुब्रत मंडल ने कहा कि उन्होंने उच्च स्तर तक पार्टी से बात कर ली थी. टिकट हाजरा को ही मिलने वाला था. फिर अचानक ऐसा क्या हुआ, कि वह पलट गया. यह उसकी नासमझी है. उसे विश्वास बनाए रखना चाहिए था. हम टिकट के दावेदार नहीं थे.

anupam hazra meets anubhata mandal
अनुब्रत मंडल से मिलने पहुंचे BJP कैंडिडेट अनुपम हाजरा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हाजरा ने कहा कि अनुब्रंत मंडल से उनके संबंध अच्छे हैं. लेकिन निजी रिश्ते और राजनीतिक रिश्तों में फर्क होता है. उनके अनुसार मंडल उनके रास्ते में आ गए थे. लिहाजा, उन्होंने नया राजनीतिक निर्णय लिया.

प्रेस वार्ता के दौरान अनुपम ने कहा 'मेरा रिश्ता खराब हो रहा था. किसी ने ध्यान नहीं दिया. निजी रिश्ते अच्छे हैं.' अनुपम ने कहा कि राजनीति अपनी जगह है और निजी रिश्ते अपनी जगह हैं.

ये भी पढ़ें: TMC के 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं, चुनावी रैली में PM मोदी ने किया दावा

आपको ये भी बता दें कि हाजरा को टीएमसी ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण निकाल दिया था. हकीकत चाहे जो भी हो, लेकिन जब कोई इतना बड़ा नेता दोबारा से टीएमसी नेता के पास जाए, तो चुनाव के समय इसके राजनीतिक निहितार्थ निकाले ही जाएंगे.

अनुपम हाजरा एक सामाजिक कार्य शिक्षक और विकासात्मक पेशेवर हैं. उन्होंने असम विश्वविद्यालय से ग्रामीण स्वच्छता पर डॉक्टरेट अनुसंधान पूरा किया है.

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Last Updated : Apr 29, 2019, 6:50 PM IST
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