नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम : केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन का कहना है कि कोरोना महामारी की आड़ में धार्मिक विभाजन की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने निजामुद्दीन मरकज की सभा में भाग लिया था. उन लोगों के खिलाफ, विशेष रूप से सोशल मीडिया के माध्यम से एक उद्देश्यपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है.
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के समय अगर कोई भी धार्मिक विभाजन करने की कोशिश करता है, तो उससे दृढ़ता से निपटा जाएगा.
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए समूचे देश में अभियान तेज करते हुए विभिन्न राज्यों में प्रशासन ने कोविड-19 के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बनकर उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शिरकत करने वाले 6,000 से ज्यादा लोगों की पहचान कर ली है. देशभर में बुधवार को सर्वाधिक 450 नए मामलों के साथ संक्रमित लोगों की संख्या 1,900 के पार हो गई है.
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का सेंटर होने के चलते देश ही नहीं पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं. यहां आने वाले लोगों को अलग-अलग समूहों में विभिन्न शहरों और कस्बों की इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए भेजा जाता है.
इन्हें इलाकों की जानकारी दी जाती है, जिसमें मस्जिदों का ब्योरा होता है. ये लोग वहां पहुंचते हैं और अलग-अलग जगहों पर ठहरते हैं. कोरोना वायरस के खतरों के बीच इन तबलीगी जमातों के एक शहर से दूसरे शहर में जाने से खतरा और बढ़ गया है. इसी कड़ी में निजामुद्दीन के तबलीगी जमात के केंद्र में लोग एकजुट हुए थे, जिसके चलते देशभर में कोरोना वायरस के और तेजी से फैलने का भय व्याप्त हो गया है. हालांकि सरकारी तंत्र इन सब विषयों पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है.