नई दिल्ली : फांसी से बचने के लिए निर्भया गैंगरेप और हत्या के एक दोषी पवन ने घटना के सात साल बाद दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में कहा गया है कि दिसंबर 2012 में घटना के वक्त वह नाबालिग था. दिल्ली हाईकोर्ट इस याचिका पर कल यानि 19 दिसंबर को सुनवाई करेगा.
याचिका में कहा गया है कि घटना के समय उसकी उम्र की जांच के लिए उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया. उसे जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत संदेह का लाभ दिया जाना चाहिए.
आपको बता दें कि आज ही पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले के चारों दोषियों को फांसी देने के मामले पर सुनवाई की.
सभी दोषियों को नोटिस जारी करे जेल प्रशासन
पटियाला हाउस कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन को निर्देश दिया कि वह आज ही सभी दोषियों को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में पूछे कि वो कौन सा कानूनी विकल्प अपनाना चाहते हैं. दोषियों के पास सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन या राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर करने का कानूनी विकल्प मौजूद है.