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कर्नाटक पुलिस को बड़ी सफलता, करोड़ों के नकद, जेवरातों की चोरी में दो गिरफ्तार

कर्नाटक में दो करोड़ रुपये की चोरी मामले में पुलिस ने दो लोगों को (theft of crores cash in Karnataka) गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही चोरी के 1.76 करोड़ रुपये कैस और 12 लाख का सोना जब्त किया है. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.

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Published : Apr 7, 2022, 10:24 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस को करोड़ों की चोरी के मामले बड़ी सफलता (theft of crores cash in Karnataka) हासिल हुई है. बेंलगुरु के कुमारस्वामी लेआउट पुलिस ने चोरी के 1.76 करोड़ रुपये कैस और 12 लाख का सोना जब्त किया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने के साथ उनसे पूछताछ कर (karnataka police arrests 2 in theft case) रही है. गिरफ्तार बदमाशों का नाम सुनील कुमार और दिलीप है.

जानकारी के मुताबिक, सुनील कुमार सुब्रमण्यपुरा का रहने वाला हैं और वह पेशे से ऑटो चालक है. दूसरा आरोपी मांड्या निवासी दिलीप बेंगलुरु के मगदी रोड में रहता है. दोनों ही बदमाश चोरी के मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं और दोनों की दोस्ती भी जेल में ही हुई थी. सुनील ने दिलीप से वादा किया था कि जमानत पर निकलने के बाद वह कुछ ऐसा करेंगे, जिससे उनकी जिंदगी की दिशा बदल जाएगी.

पुलिस के मुताबिक, घटना से कई दिन पहले ऑटो चालक सुनील ने जेपी नगर से केएस लेआउट तक संदीप लाल नामक यात्री को ड्रॉप किया था. उस वक्त सुनील ने संदीप लाल के पिता मनमोहन लाल को उसे पैसों का एक बंडल देते हुए भी देखा था. इतना ही नहीं, संदीप के घर के सामने लग्जरी गाड़़ियां खड़ी देख उसने चोरी का प्लान बनाया. संदीप लाल घर में अकेला रहता था. बगल के मकान में उनके पिता मनमोहन लाल और उनकी मां रहती थीं.

सुनील ने संदीप पर नजर रखना शुरू कर दिया. इस बीच संदीप काम के सिलसिले में चेन्नई गया. तभी दिलीप के साथ मिलकर सुनील ने चोरी की साजिश को अंजाम दिया. 28 मार्च को घर में जब संदीप नहीं था, तब सुनील और दिलीप ने रात करीब 12 बजे घर से चोरी की. करीब आधे घंटे तक तलाशी लेने के बाद चोरों को घर में एक बैग मिला जिसमें दो करोड़ रुपये कैस थे. दोनों बदमाशों ने बैग उठाया और तुरंत वहां से फरार हो गए.

पढ़ें : दो साल से फरार आरोपी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

दोनों में पैसों का बंटवारा हो गया और दिलीप ने चोरी के पैसों से अपने माता-पिता के लिए गहने बनवाए. वह समय बिताने गोवा भी गया था. वहीं, सुनील ने पैसे खर्च नहीं किए. उसने सारे पैसे एक जगह रख दिए. हर दिन वह उन पैसों को देखता और फिर वापस अपने घर लौट आता था. चोरी का मामला दर्ज करने वाले इंस्पेक्टर शिवकुमार के नेतृत्व में एक टीम लगातार इस मामले की जांच में जुटी थी. इस बीच पुलिस को सुनील और दिलीप के ऐसो आराम की जिंदगी की खबर मिली. पुलिस ने सुनील के घर में बैग में रखे करोड़ों रुपयों को लेकर जांच शुरू की, जिसमें सुनील चोरी का पहला आरोपी पाया गया. सुनील के निशानदेही पर दिलीप को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों से 1.76 करोड़ रुपये कैस और 12 लाख का सोना जब्त किया गया है.

बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस को करोड़ों की चोरी के मामले बड़ी सफलता (theft of crores cash in Karnataka) हासिल हुई है. बेंलगुरु के कुमारस्वामी लेआउट पुलिस ने चोरी के 1.76 करोड़ रुपये कैस और 12 लाख का सोना जब्त किया है. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करने के साथ उनसे पूछताछ कर (karnataka police arrests 2 in theft case) रही है. गिरफ्तार बदमाशों का नाम सुनील कुमार और दिलीप है.

जानकारी के मुताबिक, सुनील कुमार सुब्रमण्यपुरा का रहने वाला हैं और वह पेशे से ऑटो चालक है. दूसरा आरोपी मांड्या निवासी दिलीप बेंगलुरु के मगदी रोड में रहता है. दोनों ही बदमाश चोरी के मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं और दोनों की दोस्ती भी जेल में ही हुई थी. सुनील ने दिलीप से वादा किया था कि जमानत पर निकलने के बाद वह कुछ ऐसा करेंगे, जिससे उनकी जिंदगी की दिशा बदल जाएगी.

पुलिस के मुताबिक, घटना से कई दिन पहले ऑटो चालक सुनील ने जेपी नगर से केएस लेआउट तक संदीप लाल नामक यात्री को ड्रॉप किया था. उस वक्त सुनील ने संदीप लाल के पिता मनमोहन लाल को उसे पैसों का एक बंडल देते हुए भी देखा था. इतना ही नहीं, संदीप के घर के सामने लग्जरी गाड़़ियां खड़ी देख उसने चोरी का प्लान बनाया. संदीप लाल घर में अकेला रहता था. बगल के मकान में उनके पिता मनमोहन लाल और उनकी मां रहती थीं.

सुनील ने संदीप पर नजर रखना शुरू कर दिया. इस बीच संदीप काम के सिलसिले में चेन्नई गया. तभी दिलीप के साथ मिलकर सुनील ने चोरी की साजिश को अंजाम दिया. 28 मार्च को घर में जब संदीप नहीं था, तब सुनील और दिलीप ने रात करीब 12 बजे घर से चोरी की. करीब आधे घंटे तक तलाशी लेने के बाद चोरों को घर में एक बैग मिला जिसमें दो करोड़ रुपये कैस थे. दोनों बदमाशों ने बैग उठाया और तुरंत वहां से फरार हो गए.

पढ़ें : दो साल से फरार आरोपी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

दोनों में पैसों का बंटवारा हो गया और दिलीप ने चोरी के पैसों से अपने माता-पिता के लिए गहने बनवाए. वह समय बिताने गोवा भी गया था. वहीं, सुनील ने पैसे खर्च नहीं किए. उसने सारे पैसे एक जगह रख दिए. हर दिन वह उन पैसों को देखता और फिर वापस अपने घर लौट आता था. चोरी का मामला दर्ज करने वाले इंस्पेक्टर शिवकुमार के नेतृत्व में एक टीम लगातार इस मामले की जांच में जुटी थी. इस बीच पुलिस को सुनील और दिलीप के ऐसो आराम की जिंदगी की खबर मिली. पुलिस ने सुनील के घर में बैग में रखे करोड़ों रुपयों को लेकर जांच शुरू की, जिसमें सुनील चोरी का पहला आरोपी पाया गया. सुनील के निशानदेही पर दिलीप को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों से 1.76 करोड़ रुपये कैस और 12 लाख का सोना जब्त किया गया है.

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