पटना: 13 मई को बागेश्वर बाबा पटना आए थे. नौबतपुर के तरेत पाली मठ में उनका पांच दिनों का कार्यक्रम था. इस दौरान देश के कोने कोने से हनुमंत कथा सुनने लिए लोग पहुंचे. 17 मई बुधवार को बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम का समापन हो गया और वे पटना एयरपोर्ट से मध्यप्रदेश के लिए निकल गए. लेकिन बिहार में बागेश्वर धाम सरकार का और भी कई कार्यक्रम आने वाले समय में देखने को मिल सकता है. बिहार से वापस जाने के दौरान बागेश्वर बाबा ने कहा कि जबतक शरीर में प्राण रहेगा बिहार आते रहेंगे.
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बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम का समापन: बिहार वासियों पर बागेश्वर बाबा की दीवानगी सिर चढ़कर बोलती रही. 13 मई से पहले से ही भक्तों के पटना पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. हालांकि बागेश्वर बाबा के बिहार दौरे पर भी जमकर सियासत हुई. आरजेडी ने जहां विरोध का ऐलान किया था वहीं बीजेपी ने भी मोर्चा संभालते हुए हर कदम पर बागेश्वर सरकार का समर्थन किया. बिहार में बागेश्वर बाबा को मिले प्रेम का ही नतीजा है कि उनके और भी कई कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर बागेश्वर धाम कमेटी विचार कर रही है.
बोले बागेश्वर बाबा- बिहार आते रहेंगे: लोगों की ओर से मिले अथाह प्रेम और स्नेह का नतीजा ही रहा कि बागेश्वर बाबा ने जाते-जाते वापस आने का ऐलान भी कर दिया. बागेश्वर धाम का बिहार में आगे भी कई कार्यक्रम आयोजित होगा. बागेश्वर धाम के कोर कमेटी के सदस्य लगातार इसके लेकर बिहार के विभिन्न जिलों का निरीक्षण भी करते रहे. बाबा बागेश्वर का बहुत जल्द गया में भी कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके साथ ही उनके मुजफ्फरपुर में भी आने की बातें हो रही हैं. कोर कमेटी के सदस्यों ने कार्यक्रम स्थलों का दौरा किया है और बहुत जल्द कार्यक्रम की तारीखों की घोषणा भी हो सकती है.
बागेश्वर बाबा के नौबतपुर में कार्यक्रम में क्या-क्या हुआ?: बागेश्वर धाम सरकार का बिहार दौरा शनिवार 13 मई को शुरू हुआ था. पंडित धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बागेश्वर बाबा के दर्शन के लिए पटना एयरपोर्ट पर उस दिन भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी. बड़ी संख्या में भक्तों ने उनका स्वागत किया. इस दौरान सांसद मनोज तिवारी ने खुद बागेश्वर बाबा को गाड़ी ड्राइव कर होटल पनाश तक पहुंचाया. पटना से सटे नौबतपुर प्रखंड के तरेत पाली मठ पर बाबा के कार्यक्रम में आम जनता के साथ ही वीआईपी लोगों के पहुंचने का सिलसिला भी जारी रहा.
इस दौरान तरेत पाली मठ के परिसर में 5 दिनों तक हनुमंत कथा और प्रवचन चलता रहा. कथा वाचन 13 मई शाम चार बजे से शुरू हुआ और 17 मई तक चला. धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए भक्त सिर्फ बिहार से ही नहीं बल्कि देश के दूसरे राज्यों से भी पहुंचे थे. इस दौरान बागेश्वर धाम कमेटी की ओर से भी भक्तों के लिए कई तरह के प्रबंध किए गए थे ताकि उन्हें परेशानी ना हो. भीड़ ऐसी उमड़ रही थी कि खुद बागेश्वर सरकार को लोगों से घर में ही टीवी पर ही हनुमंत कथा सुनने का अनुरोध तक करना पड़ा. इस दौरान भक्तों ने दिव्य दरबार में अपनी अर्जी भी दी और बाबा ने उनकी समस्याओं का निदान किया.
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