ETV Bharat / bharat

आयुर्वेद vs एलोपैथी विवाद : बाबा ने खटखटाया SC का दरवाजा, कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की - remarks on allopathy

योग गुरु बाबा रामदेव ने कोविड-19 महामारी के दौरेान एलोपैथी इलाज के खिलाफ की गई उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) द्वारा बिहार और छत्तीसगढ़ में दर्ज कराए गए कई मामलों पर रोक के लिए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है.

baba ramdev
baba ramdev
author img

By

Published : Jun 23, 2021, 4:16 PM IST

Updated : Jun 23, 2021, 7:56 PM IST

नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव ने कोविड-19 के उपचार में एलोपैथी की प्रभावकारिता पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर विभिन्न राज्यों में उनके खिलाफ दर्ज कई मामलों में कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. वहीं आईएमए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा की भी मांग की है.

आईएमए की पटना और रायपुर इकाई ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि कोविड-19 नियंत्रण प्रक्रिया में उनकी टिप्पणियों से पूर्वाग्रह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और यह लोगों को महामारी के खिलाफ उचित इलाज के प्रति हतोत्साहित कर सकती है.

बाबा रामदेव ने अपनी याचिका में पटना और रायपुर में दर्ज प्राथमिकियों को दिल्ली स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पढ़ें :- कोरोनिल मामले में बाबा रामदेव को दिल्ली हाईकोर्ट का नोटिस

बाबा रामदेव ने मामले में दर्ज प्राथमिकियों को एक साथ मिलाकर दिल्ली स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. इसके साथ ही उन्होंने न्यायालय से अंतरिम राहत के तौर पर आपराधिक शिकायतों की जांच पर रोक लगाने का भी अनुरोध किया है.

गौरतलब है कि बाबा रामदेव के कथित बयान से देश में एलोपैथी बनाम आयुर्वेद की बहस शुरू हो गई थी. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन द्वारा टिप्पणी को अनुचित करार दिए जाने और पत्र लिखने के बाद बाबा रामदेव ने 23 मई को अपना बयान वापस ले लिया था।(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव ने कोविड-19 के उपचार में एलोपैथी की प्रभावकारिता पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर विभिन्न राज्यों में उनके खिलाफ दर्ज कई मामलों में कार्यवाही पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. वहीं आईएमए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा की भी मांग की है.

आईएमए की पटना और रायपुर इकाई ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि कोविड-19 नियंत्रण प्रक्रिया में उनकी टिप्पणियों से पूर्वाग्रह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है और यह लोगों को महामारी के खिलाफ उचित इलाज के प्रति हतोत्साहित कर सकती है.

बाबा रामदेव ने अपनी याचिका में पटना और रायपुर में दर्ज प्राथमिकियों को दिल्ली स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पढ़ें :- कोरोनिल मामले में बाबा रामदेव को दिल्ली हाईकोर्ट का नोटिस

बाबा रामदेव ने मामले में दर्ज प्राथमिकियों को एक साथ मिलाकर दिल्ली स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है. इसके साथ ही उन्होंने न्यायालय से अंतरिम राहत के तौर पर आपराधिक शिकायतों की जांच पर रोक लगाने का भी अनुरोध किया है.

गौरतलब है कि बाबा रामदेव के कथित बयान से देश में एलोपैथी बनाम आयुर्वेद की बहस शुरू हो गई थी. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन द्वारा टिप्पणी को अनुचित करार दिए जाने और पत्र लिखने के बाद बाबा रामदेव ने 23 मई को अपना बयान वापस ले लिया था।(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 23, 2021, 7:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.