अयोध्या : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण की प्रगति समीक्षा को लेकर भवन निर्माण समिति की बैठक आज संपन्न हुई. भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में चल रही बैठक में रामलला के मंदिर निर्माण में लगी कार्यदाई संस्था के इंजीनियरों के अलावा राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य और रामलला की मूर्ति का निर्माण कर रही मूर्तिकारों की टीम बैठक में शामिल रही. पहले दिन की बैठक के पहले राम मंदिर से जुड़े हुए सभी निर्माण कार्य का बारीकी से स्थलीय निरीक्षण किया गया.इसके साथ ही मूर्ति निर्माण की प्रगति के बारे में भवन निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा ने मूर्तिकारों से जानकारी लेने के बाद बनाए जा रहे मूर्ति का स्थलीय निरीक्षण भी किया है.
महाराष्ट्र के बलहरशाह शिरपुर से लाई गई हैं दरवाजे की लकड़ियां
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान रामलला के मंदिर में लगाए जाने वाले खिड़की और दरवाजे के लिए महाराष्ट्र के बलहरशाह से आई सागौन की लकड़ी और उनके कारीगर से मुलाकात कर मंदिर के दरवाजे खिड़की के निर्माण की प्रगति के बारे में भी जाना है. रामलला के मंदिर के दरवाजे का फ्रेम तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आए कारीगर तैयार करेंगे. मंदिर के दरवाजे के निर्माण और नक्काशी की जिम्मेदारी हैदराबाद की कंपनी अनुराधा टिम्बर को सौंपी गई है. पहले दिन की बैठक में लगभग तीन घंटे तक राम जन्मभूमि परिसर के अलावा रामलला की मूर्ति और भगवान रामलला के मंदिर के लिए बनाए जा रहे हैं. लकड़ी के दरवाजे का निरीक्षण किया गया है.
दिखेगी देश के हर राज्य की संस्कृति
चंपत राय ने बताया कि भगवान रामलला के मंदिर में लगाए जाने वाले महाराष्ट्रीयन लकड़ी के दरवाजों के कारीगर आ चुके हैं जो फ्रेम का निर्माण करेंगे. दरवाजों के प्रथम चरण के काम को करने के लिए तमिलनाडु के कन्याकुमारी से कारीगर आए हैं. रामलला के मंदिर में लगाए जाने वाले दरवाजे और दरवाजों पर नक्काशी का काम हैदराबाद की कंपनी अनुराधा टिंबर को दिया गया है. राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण में दो वर्षों बाद यह सामने आएगा कि पूरे देश के सभी राज्यों का किसी न किसी रूप में मंदिर निर्माण में योगदान रहा है. अयोध्या में बन रहा भगवान राम का मंदिर पूरे देश भर की संस्कृति का समावेश होगा. देश के हर राज्य का कोई ना कोई योगदान इस मंदिर के निर्माण में रहेगा.