नई दिल्ली : संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकपाल द्वारा इस मामले का संज्ञान लेकर, अपनी जांच एजेंसियों को केस दर्ज करने का निर्देश देने का दावा करते हुए कहा है कि वह किसी संवैधानिक संस्था के प्रवक्ता नहीं है बल्कि केवल एक शिकायतकर्ता हैं.
-
भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार देश के टुकड़े टुकड़े गैंग के लिए एक फ़ैशन बन गया है ।भ्रष्टाचार की आरोपी सांसद के खिलाफ मैंने शिकायत लोकपाल में दर्ज की,और लोकपाल ने उसे संज्ञान में लेकर अपनी जॉंच एजेंसियों को केस दर्ज करने कहा ।मैं किसी संवैधानिक संस्था का प्रवक्ता नहीं हूँ… pic.twitter.com/EIU1MAOSoX
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार देश के टुकड़े टुकड़े गैंग के लिए एक फ़ैशन बन गया है ।भ्रष्टाचार की आरोपी सांसद के खिलाफ मैंने शिकायत लोकपाल में दर्ज की,और लोकपाल ने उसे संज्ञान में लेकर अपनी जॉंच एजेंसियों को केस दर्ज करने कहा ।मैं किसी संवैधानिक संस्था का प्रवक्ता नहीं हूँ… pic.twitter.com/EIU1MAOSoX
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 11, 2023भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार देश के टुकड़े टुकड़े गैंग के लिए एक फ़ैशन बन गया है ।भ्रष्टाचार की आरोपी सांसद के खिलाफ मैंने शिकायत लोकपाल में दर्ज की,और लोकपाल ने उसे संज्ञान में लेकर अपनी जॉंच एजेंसियों को केस दर्ज करने कहा ।मैं किसी संवैधानिक संस्था का प्रवक्ता नहीं हूँ… pic.twitter.com/EIU1MAOSoX
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 11, 2023
निशिकांत दुबे ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'भारत के संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार देश के टुकड़े- टुकड़े गैंग के लिए एक फ़ैशन बन गया है. भ्रष्टाचार की आरोपी सांसद के खिलाफ मैंने शिकायत लोकपाल में दर्ज की और लोकपाल ने उसे संज्ञान में लेकर अपनी जांच एजेंसियों को केस दर्ज करने कहा. मैं किसी संवैधानिक संस्था का प्रवक्ता नहीं हूं, मैं केवल एक शिकायतकर्ता हूं.'
इससे पहले महुआ मोइत्रा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, 'यह जानकर बहुत खुशी हुई कि मोदीजी का लोकपाल अस्तित्व में है और इसे विशेष रूप से पाले गए 'पिटबुल' द्वारा कार्रवाई के लिए प्रेरित किया गया है. साथ ही गोदी मीडिया - लोकपाल के कार्यालय से रेफरल पर एक बयान जारी करने के लिए क्यों नहीं कहते? यह थोड़ा अपमानजनक है. एलपी कार्यालय ऐसी महत्वपूर्ण घोषणाओं को आउटसोर्स करेगा?'
गौरतलब है कि इससे पहले निशिकांत दुबे ने 8 नवंबर को यह दावा किया था कि उनकी शिकायत के आधार पर लोकपाल ने पूरे मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. दुबे ने 8 नवंबर को एक्स पर पोस्ट कर यह दावा किया था, 'लोकपाल ने आज मेरे कम्प्लेन पर आरोपी सांसद महुआ के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर सीबीआई जांच का आदेश दिया.'