गुवाहाटी : असम के राज्यपाल जगदीश मुखी (Assam Governor Jagdish Mukhi) ने सोमवार को सेना से पड़ोसी म्यांमार से होने वाली तस्करी (smuggling from myanmar) रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को कहा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
असम राजभवन के एक अधिकारी ने कहा कि असम के राज्यपाल ने राजभवन में सेना (Army) के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान म्यांमार के माध्यम से मोरेह (मणिपुर) के माध्यम से हथियारों, सोना, ड्रग्स और शराब की अवैध तस्करी के बारे में उल्लेख (mention about illegal smuggling) किया और भारतीय सेना से अधिक प्रभावी भूमिका निभाने को कहा.
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे, जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग-इन-चीफ, पूर्वी कमान, कोलकाता और लेफ्टिनेंट जनरल रॉबिन खोसला, तेजपुर स्थित जनरल-ऑफिसर-कमांडिंग ऑफ चार कोर ने सोमवार को असम के राज्यपाल से मुलाकात की और अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ और पूर्वोत्तर राज्यों में सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की.
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राजभवन के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने ऊपरी (पूर्वी) असम जिलों- तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, जोरहाट, शिवसागर, गोलाघाट और चराईदेव में सुरक्षा स्थिति और सेना की मौजूदगी के बारे में जानकारी ली.
मुखी ने हाल ही में पूर्वी असम में अन्वेषण स्थलों से तेल और प्राकृतिक गैस निगम के तीन कर्मचारियों के उल्फा (स्वतंत्र) उग्रवादियों द्वारा अपहरण के बारे में भी जानकारी ली.
राज्यपाल ने असम पुलिस, भारतीय सेना और राज्य में तैनात अन्य सुरक्षा बलों के बीच सही तालमेल की सराहना की.
मुखी ने हाल ही में उनके द्वारा की गई राज्य स्तरीय सुरक्षा समीक्षा का भी उल्लेख किया और असम पुलिस, भारतीय सेना, सीमा सुरक्षा बल, सशस्त्र सीमा बल और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सहित सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की.
(आईएएनएस)