सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल): भारतीय सेना ने पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में भारी भूस्खलन (landslide in Sikkim) में फंसे 70 पर्यटकों को बचाया (Army rescues tourists). उत्तरी सिक्किम के युमथांग जाने पर पर्यटकों का एक समूह भूस्खलन के कारण फंस गया था. इन 70 पर्यटकों में आठ महिलाएं और दो बच्चे थे. आम तौर पर यहां बांग्लादेश और भारत के दक्षिणी भाग से पर्यटक आते हैं. बुधवार देर रात सेना के जवानों ने पर्यटकों को बचाकर वापस सिक्किम के लाचुंग ले आए.
बचाव अभियान के बाद पर्यटकों ने सेना के जवानों का आभार जताया. हिमालयन हॉस्पिटैलिटी ट्रैवल डेवलपमेंट नेटवर्क के सचिव सम्राट सान्याल ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि 'बांग्लादेश और दक्षिण भारत के 70 पर्यटक फंसे हुए थे लेकिन सेना ने सभी को बचा लिया.' सूत्रों के अनुसार पर्यटकों का दल आज सुबह लाचुंग से युमथांग के लिए रवाना हुआ.
वहीं एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारतीय सेना ने उत्तरी सिक्किम में युमथांग घाटी में फंसे महिलाओं और बच्चों सहित 70 पर्यटकों को बचाया है. इसमें कहा गया है कि भूस्खलन में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. त्रिशक्ति कोर के जवानों ने बुधवार को युमथांग घाटी से 19 किलोमीटर दूर बड़े पैमाने पर भूस्खलन के कारण पर्यटकों के फंसे होने की सूचना मिलने पर उन्हें बचाया. इसमें कहा गया है कि भूस्खलन के कारण आठ पर्यटक वाहन फंस गए, जिसके बाद लकड़ी और रस्सियों के सहारे पर्यटकों को बचाने के लिए एक मानव श्रृंखला बनाई गई. पर्यटकों को भोजन और चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई.
दरअसल भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पर्यटकों का समूह फंस गया था. हालात ऐसे थे कि मजबूर होकर उन्हें लाचुंग के व्यापारियों से संपर्क करना पड़ा. वहां से खबर सेना और लाचुंग थाने तक पहुंची. आनन-फानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ. कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से सिक्किम में कई जगह स्थिति काफी विकट हो गई है.
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