जोधपुर. सैन्य आवासीय परिसर हामिदबाग में रविवार सुबह हुई विवाहिता और उसकी बेटी की मौत के मामले में पुलिस ने मृतका के पति को दोनों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस पूछताछ में उसने अपनी पत्नी और बेटी का गला घोंट कर हत्या कर शवों को जलाने की बात भी स्वीकार कर ली है.
मृतका के परिजनों के जोधपुर पहुंचने पर दो दिन बाद मंगलवार को मृतका रूम्किमीता और उसकी पुत्री रिद्धमा के शवों का एमजीएच में दोपहर बाद पोस्टमार्टम हुआ. आरोपी नायक रामप्रसाद को पुलिस रिमांड लेने के लिए न्यायालय लेकर गई. पुलिस अभी उससे और पूछताछ करना चाहती है. एमजीएच में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने भी प्रारंभिक रूप से पुलिस को दोनों की गला घोंट कर हत्या करने की जानकारी दी है. विस्तृत रिपोर्ट अभी जारी नहीं हुई है. रातानाडा थानाधिकारी प्रशिक्षु आरपीएस मिनाक्षी लेगा ने रामप्रसाद की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
इसलिए था मनमुटावः रविवार को घटना के बाद रातानाडा थानाधिकारी प्रशिक्षु आरपीएस मिनाक्षी लेगा सहित अन्य अधिकारियों ने रामप्रसाद से पूछताछ की थी. तब वह हर बार अपने बयान बदलता रहा. जब उसे हिरासत में लेकर पुलिस ने दुबारा पूछताछ की, तो उसने स्वीकार किया कि उसकी आए दिन पत्नी से लड़ाई होती थी. वह हाई-फाई लाइफस्टाइल से जीना चाहती थी. लेकिन वह यह नहीं कर सकता था. इसको लेकर मनमुटाव चल रहा था. गत दिनों वह उसे लेकर सिक्किम भी गया था. जहां रूम्किमीता की सास से भी कहासुनी हुई थी. सोमवार को सिक्किम से मृतका और रामप्रसाद दोनों के परिजन आए. लेकिन उन्होंने किसी तरह की रिपोर्ट नहीं दी है. पुलिस ने सेना के सूबेदार की रिपोर्ट पर कार्रवाई की है.
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पहले दिन से ही पुलिस को था हत्या का शकः मिनाक्षी लेगा सहित अन्य अधिकारियों को रविवार को घटना सामने आते ही हालात देखकर हत्या का शक हो गया था. क्योंकि सुबह 4 बजे कूलर में शार्ट सर्किट से आग लगना बताने वाले रामप्रसाद के शरीर पर जलने का कोई निशान नहीं था. जबकि वह भी पत्नी और बेटी के साथ उसी कमरे में सो रहा था. उसने सुबह करीब 4 बजे दोनों की गला घोंट कर हत्या की और बाद में आग लगाई थी. हालांकि शव पूरी तरह जल नहीं पाए.