जम्मू: जम्मू हवाई अड्डे पर कुछ समय के लिए उस समय हड़कंप मच गया जब एनएसजी के कमांडो ने एक विमान को चारों ओर से घेर लिया और इसे अपने कब्जे में लेने की कोशिश की. अत्याधुनिक हथियारों से लैस कमांडों ने देखते ही देखते विमान को चारों ओर से घेर लिया. इसे देख कर आस- पास के विमानन कर्मचारी हक्का बक्का रह गए. दरअसल ये कोई आतंकी हमला नहीं था बल्कि हाईजैक मॉकड्रिल की गई.
पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा समय- समय पर मॉकड्रिल का आयोजन किया जाता है. इससे सुरक्षा बलों में नई चुनौतियों का सामना करने के तरीकों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है और जवानों की किसी भी घटना से निपटने की क्षमता भी बनी रहती है. इसी सिलसिले में जम्मू हवाई अड्डे पर शुक्कवार को एंटी हाईजैक ड्रिल का आयोजन किया गया. एनएसजी द्वारा जम्मू हवाई अड्डे पर एक पूरी तरह से विमान अपहरण रोधी अभ्यास का आयोजन किया गया. इसमें वायु सेना स्टेशन जम्मू में विमान अपहरण रोधी समिति सक्रिय थी. इस अभ्यास में भारतीय वायु सेना, एएआई, राज्य सरकार, जम्मू कश्मीर पुलिसी, सीआईएसएफ, आईओसी और अन्य प्रमुख एजेंसी शामिल थी.
रक्षा पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने अनुसार ड्रिल में अपहर्ताओं के साथ बातचीत सहित पूरे घटनाओं क्रम का सिलसिलेवार ढंग से निपटाया गया. इसके बाद एनएसजी की एक शक्तिशाली टीम द्वारा अपहर्ताओं के हस्तक्षेप और उन पर हावी होना शामिल था. इस अभ्यास ने ऐसे संकट के दौरान अंतर एजेंसियों द्वारा कार्रवाई को लेकर समन्वय करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया. दोपहर में जम्मू में उतरने वाले एयर इंडिया के एक विमान का वास्तविक ड्रिल के लिए उपयोग किया गया. सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए मूल्यवान सबक और प्रशिक्षण के लिए अभ्यास सफलतापूर्वक आयोजित किया गया.