विजयनगरम: आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति ने अपने कानूनी करियर को छोड़कर अपनी पत्नी को 11 सालों तक बाहरी दुनिया से दूर रखने के लिए हाउस अरेस्ट में रखा. माता-पिता ने आखिरकार इस मामले को लेकर पुलिस से संपर्क किया. विजयनगरम जिले में बुधवार को पुलिस के हस्तक्षेप के बाद महिला को घर के अंधेरे कमरे से मुक्त कराया गया. बताया जा रहा है कि आरोपी एक प्रसिद्ध वकील था.
बताया जा रहा है कि उसके भाई और मां द्वारा उसे गुमराह किया गया, जिसके बाद उसने अपनी पत्नी को एक अंधेरे कमरे में बंद करने का काम किया था. सभी आरोपियों ने 11 साल तक उस महिला को बाहरी दुनिया से दूर रखा. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी वकील की पहचान गोदावरी मधुसूदन के तौर पर हुई है. जब पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने इस कारनामे की वजह का खुलासा किया तो, उसे सुनकर सभी हैरान रह गए.
पुलिस से मिला जानकारी के अनुसार श्री सत्य साईं पुट्टापर्थी जिले की रहने वाली साईं सुप्रिया ने वर्ष 2008 में विजयनगरम में छावनी बालाजी बाजार के पास रहने वाले गोदावरी मधुसूदन से शादी की. पीड़िता के माता-पिता ने इस मामले में जिला एसपी के पास शिकायत दर्ज की और 28 फरवरी को पहले नगर पुलिस गोदावरी मधुसूदन के घर गई. उस समय आरोपी वकील ने यह कहते हुए पुलिस को धमकाने की कोशिश की कि वे पास बिना सर्च वारंट के उसके घर की तलाशी नहीं ले सकते हैं.
इसके बाद पुलिस और पीड़िता के माता-पिता कोर्ट पहुंचे और वहां से आरोपी के घर का सर्च वारेंट हासिल किया. पुलिस सर्च वॉरेंट लेकर फिर से आरोपी वकील मधुसूदन के घर पहुंची, जहां तलाशी लेने पर पुलिस को पीड़ित महिला एक अंधेरे कमरे के कोने में बैठी मिली. पुलिस ने उसे फौरन ही बाहर निकाला, जिसके बाद साईं प्रिया को कोर्ट में पेश किया गया. विजयनगरम ओटाकावा टाउन पुलिस ने खुलासा किया है कि अदालत के आदेश के अनुसार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.