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डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती, जानें क्यों है कृषि शिक्षा के लिए 3 दिसंबर का दिन खास

भारत के पहले राष्ट्रपति मंत्री डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती को पूरे देश में कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है. डॉ. प्रसाद का देश के संविधान निर्माण के साथ-साथ कृषि के योजना निर्माण और विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है. पढ़ें पूरी खबर..Agricultural Education Day 2023, first Agriculture Minister Dr Rajendra Prasad, Birth Anniversary of Dr Rajendra prasad

Agricultural Education Day
कृषि शिक्षा दिवस
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 2, 2023, 7:52 PM IST

हैदराबाद : 3 दिसंबर 1884 में स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के जीरादेई में हुआ था. डॉ प्रसाद भारत के पहले कृषि मंत्री भी थे. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से कृषि विकास में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए उनके जन्म दिन को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था. इस दिन का उद्देश्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले कृषि क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं से आने वाली पीढ़ियों को अवगत करना है, ताकि वे कृषि क्षेत्र में वे भी अपना अमूल्य योगदान दें.

  • Revisiting the train journeys of the former Presidents of India!

    October 22, 1954: President Dr Rajendra Prasad receiving greetings from public on his arrival at Katihar, Bihar by the President's special train. pic.twitter.com/i2i0aOVJY0

    — Rashtrapati Bhavan Archives (@RBArchive) June 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डॉ राजेंद्र प्रसाद का जीवन एक नजर में

  1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सारण (वर्तमान में सिवान) जिले के जीरादेई में हुआ था.
  2. डॉ. प्रसाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे.
  3. उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रमुख भूमिका निभाई.
    • January 26, 1950: Dr Rajendra Prasad taking oath as the President of India in a Swearing-in-Ceremony at the Durbar Hall, Government House (now Rashtrapati Bhavan), New Delhi. #RepublicDay pic.twitter.com/ILLhTgkR1n

      — Rashtrapati Bhavan Archives (@RBArchive) January 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  4. डॉ. प्रसाद ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की. विश्वविद्यालय के दिनों में भी एक प्रतिभाशाली छात्र थे.
  5. शुरुआत में उन्होंने कानून के क्षेत्र में अपना करियर को शुरू किया.
  6. बेहतरीन कानूनी कौशल के लिए वे जाने जाते थे.
  7. डॉ. प्रसाद ने 1906 में बिहारी छात्र सम्मेलन के गठन में काफी सक्रिय रहे.
  8. भारत के इतिहास में बिहारी छात्र सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ.
  9. डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे
    Agricultural Education Day
    डॉ. राजेंद्र प्रसाद
  10. 26 जनवरी 1950 को वे भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में चुना गये.
  11. आजादी के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.
  12. खाद्य और कृषि पर संविधान सभा की समिति की अध्यक्षता भी डॉ. प्रसाद ने की.
  13. 13 मई 1962 तक वे राष्ट्रपति पद पर रहे.
    Agricultural Education Day
    डॉ. राजेंद्र प्रसाद
  14. डॉ. प्रसाद ने राष्ट्रपति के रूप में 2 कार्यकाल पूरा किया.
  15. सेवानिवृति के बाद 1962 में उन्हें भारत सरकार की ओर से भारत रत्न से नवाजा गया.
  16. इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया.
  17. इसके बाद अपने जीवन का शेष समय सदाकत आश्रम पटना में समय बिताया.
  18. 1963 में 28 फरवरी को उनका निधन हो गया.
  19. डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जयंती को अधिवक्ता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (The National Institutional Ranking Framework-NIRF) रैंकिंग की जाती है. निर्धारित मानकों के आधार पर देश के संकायवार विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की जाती है. रैंकिंग के अनुसार भारत के टॉप 5 कृषि विश्वविद्यालय और रैंकिंग क्ववालिटी स्कोर-

भारत के टॉप 5 एग्रीक्लचर यूनिवर्सिटी 2023

  1. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (नई दिल्ली) 83.16
  2. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान-आईसीएआर (हरियाणा) 70.45
  3. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना (पंजाब) 65.98
  4. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) 63.68
  5. तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय कोयंबटूर (तमिलनाडु) 61.71

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हैदराबाद : 3 दिसंबर 1884 में स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म बिहार के जीरादेई में हुआ था. डॉ प्रसाद भारत के पहले कृषि मंत्री भी थे. भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से कृषि विकास में उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए उनके जन्म दिन को कृषि शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था. इस दिन का उद्देश्य देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले कृषि क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं से आने वाली पीढ़ियों को अवगत करना है, ताकि वे कृषि क्षेत्र में वे भी अपना अमूल्य योगदान दें.

  • Revisiting the train journeys of the former Presidents of India!

    October 22, 1954: President Dr Rajendra Prasad receiving greetings from public on his arrival at Katihar, Bihar by the President's special train. pic.twitter.com/i2i0aOVJY0

    — Rashtrapati Bhavan Archives (@RBArchive) June 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डॉ राजेंद्र प्रसाद का जीवन एक नजर में

  1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सारण (वर्तमान में सिवान) जिले के जीरादेई में हुआ था.
  2. डॉ. प्रसाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थे.
  3. उन्होंने राष्ट्रीय कांग्रेस में प्रमुख भूमिका निभाई.
    • January 26, 1950: Dr Rajendra Prasad taking oath as the President of India in a Swearing-in-Ceremony at the Durbar Hall, Government House (now Rashtrapati Bhavan), New Delhi. #RepublicDay pic.twitter.com/ILLhTgkR1n

      — Rashtrapati Bhavan Archives (@RBArchive) January 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
  4. डॉ. प्रसाद ने कलकत्ता विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की. विश्वविद्यालय के दिनों में भी एक प्रतिभाशाली छात्र थे.
  5. शुरुआत में उन्होंने कानून के क्षेत्र में अपना करियर को शुरू किया.
  6. बेहतरीन कानूनी कौशल के लिए वे जाने जाते थे.
  7. डॉ. प्रसाद ने 1906 में बिहारी छात्र सम्मेलन के गठन में काफी सक्रिय रहे.
  8. भारत के इतिहास में बिहारी छात्र सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ.
  9. डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे
    Agricultural Education Day
    डॉ. राजेंद्र प्रसाद
  10. 26 जनवरी 1950 को वे भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में चुना गये.
  11. आजादी के बाद डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.
  12. खाद्य और कृषि पर संविधान सभा की समिति की अध्यक्षता भी डॉ. प्रसाद ने की.
  13. 13 मई 1962 तक वे राष्ट्रपति पद पर रहे.
    Agricultural Education Day
    डॉ. राजेंद्र प्रसाद
  14. डॉ. प्रसाद ने राष्ट्रपति के रूप में 2 कार्यकाल पूरा किया.
  15. सेवानिवृति के बाद 1962 में उन्हें भारत सरकार की ओर से भारत रत्न से नवाजा गया.
  16. इसके बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया.
  17. इसके बाद अपने जीवन का शेष समय सदाकत आश्रम पटना में समय बिताया.
  18. 1963 में 28 फरवरी को उनका निधन हो गया.
  19. डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जयंती को अधिवक्ता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है.

भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (The National Institutional Ranking Framework-NIRF) रैंकिंग की जाती है. निर्धारित मानकों के आधार पर देश के संकायवार विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की जाती है. रैंकिंग के अनुसार भारत के टॉप 5 कृषि विश्वविद्यालय और रैंकिंग क्ववालिटी स्कोर-

भारत के टॉप 5 एग्रीक्लचर यूनिवर्सिटी 2023

  1. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (नई दिल्ली) 83.16
  2. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान-आईसीएआर (हरियाणा) 70.45
  3. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना (पंजाब) 65.98
  4. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) 63.68
  5. तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय कोयंबटूर (तमिलनाडु) 61.71

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