हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) के एक प्रमुख सरकारी अस्पताल में गुरुवार को एक मरीज को चूहों ने काट लिया. यह घटना वारंगल के एमजीएम अस्पताल (Warangal MGM Hospital) की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में हुई, जो राज्य के प्रमुख सरकारी अस्पतालों में से एक है. श्रीनिवास को चूहों ने हाथों और पैरों पर काट लिया, जिससे खून बहने लगा. आदमी का सांस और गुर्दे से संबंधित बीमारियों का इलाज चल रहा है और उसकी हालत गंभीर है. उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, उनका पहले एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था और वे खर्च वहन करने में असमर्थ थे, उन्होंने चार दिन पहले उन्हें एमजीएम अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि चूहों ने उन्हें पहले दिन काट लिया था और उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों के संज्ञान में लाया था, जिन्होंने चूहे के काटने का इलाज किया था. उनके मुताबिक गुरुवार सुबह फिर चूहों ने उन्हें डस लिया. मरीज के भाई श्रीकांत ने कहा कि बिस्तर पर खून देखकर मैं चौंक गया. चूहों ने उसकी उंगलियां, हाथ और पैर कुतर दिए. जब उसने अस्पताल के कर्मचारियों को सूचित किया, तो उन्होंने उससे पूछा कि वह क्या कर रहा था.
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उन्होंने कहा कि हम यहां कुछ राहत की उम्मीद में आए हैं, लेकिन खून की कमी से उनकी हालत और खराब हो गई है. कुछ स्टाफ सदस्यों ने उन्हें बताया कि पूर्व में भी ऐसी घटनाएं हुई हैं और उन्होंने आवश्यक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत दी है. रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर मुरली ने कहा कि अस्पताल परिसर में चूहे के खतरे को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाएगा. यह पहली बार नहीं है, जब एमजीएम परिसर में इस तरह की घटना हुई हो. दो साल पहले मुर्दाघर में चूहों के शव कुतरते हुए मिले थे. मरीज चिंतित हैं, क्योंकि चूहे का खतरा अब आईसीयू सहित पूरे परिसर में फैल गया है.
इस घटना से स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव ((Medical & Family Welfare Minister Thaneeru Harish Rao)) नाराज हो गए. उन्होंने घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. स्पष्ट किया गया है कि रिपोर्ट मिलते ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. जानकारी है कि शाम तक रिपोर्ट आने की संभावना है. दूसरी ओर, मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट किया कि पीड़ित को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए. इस संदर्भ में पहले ही अस्पताल का निरीक्षण कर चुके अपर जिला कलेक्टर ने घटना के संभावित कारणों की जानकारी ली.