नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली में स्थित नरेला तक मेट्रो लाइन के निर्माण कार्य का शुभारंभ होने के साथ ही, अब दिल्ली मेट्रो की येलो लाइन जो समयपुर बादली से गुड़गांव तक जाती है, इस मेट्रो लाइन का विस्तार भी नरेला तक करने को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने संज्ञान लिया है. यानि मेट्रो को दो अलग-अलग लाइनों का विस्तार नरेला तक होने की संभावनाएं बढ़ गई है.
दरअसल, मेट्रो की यलो लाइन स्थित समयपुर बादली से नरेला तक विस्तार के लिए विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. इस संबंध में विजेंद्र गुप्ता ने केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल को भी एक ज्ञापन सौंपा था. नरेला तक मेट्रो लाइन के विस्तार से खेड़ा कला, अलीपुर और नरेला के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा. दिल्ली मेट्रो रेल निगम की ओर से विजेंद्र गुप्ता को पत्र के माध्यम से सूचित किया गया है कि भारत सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा नरेला तक मेंट्रो के विस्तार को लेकर डीएमआरसी को DPR बनाने के लिए कहा गया है.
लाखों लोगों को मिलेगा लाभ: वर्तमान में मेंट्रो का येलो लाइन कॉरिडोर गुरुग्राम में मिलेनियम सिटी सेंटर से दिल्ली में समयपुर बादली तक संचालित है. सिरसपुर मेट्रो डिपो तक इसके विस्तार का प्रस्ताव पहले ही केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत हो चुका है. लेकिन सिरसपुर, खेड़ा, अलीपुर और नरेला जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र अभी भी मेट्रो नेटवर्क से जुड़े नहीं हैं. इसलिए यदि येलो लाइन मेट्रो के बादली-सिरसपुर गलियारे को उत्तरी दिल्ली जिले के नरेला तक बढ़ा दिया जाए तो लाखों लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
मेट्रो कनेक्टिविटी की कमी: बाहरी दिल्ली के अलीपुर, खेड़ाकला और नरेला के आसपास का क्षेत्र घनी आबादी वाला है. यहां मेट्रो कनेक्टिविटी की कमी बहुत खलती है. क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण वर्तमान येलो लाइन का विस्तार कर इसे नरेला तक ले जाया जाना आवश्यक है.
जानिए विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने क्या कहा? भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि पिछले कुछ सालों में अलीपुर, नरेला और इसके आसपास के क्षेत्र का विकास होने के कारण यहां की जनसंख्या में काफी इजाफा हुआ है, जिसके चलते ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है और इस कारण ईंधन और लोगों का वक्त बर्बाद होता है. इसलिए येलो लाइन का विस्तार सिरसपुर से वाया खेड़ा कलां, अलीपुर होते हुए नरेला तक कर दिया जाए तो लाखों लोगों को आवागमन में न केवल सुविधा मिलेगी, बल्कि ट्रैफिक जाम से भी मुक्ति मिल सकेगी. इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री और आवास और शहरी कार्य मंत्री से अनुरोध किया था. जिसके बाद डीएमआरसी को इस संबंध में मंत्रालय की ओर से डीपीआर बनाने के लिए कहा गया है.
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