हाफलोंग (असम) : असम के दिमा हसाओ जिले में शुक्रवार को 'कुकी ट्राइबल यूनियन' (KTU) के आठ उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों के सामने समर्पण कर दिया. समर्पण करने वालों में केटीयू की सशस्त्र इकाई के सदस्य भी शामिल हैं. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि उग्रवादियों ने सरकारी बागान क्षेत्र में 11 असम राइफल्स के आधार शिविर पर कर्नल अशोक भंडारी की उपस्थिति में समर्पण किया.
अधिकारी ने कहा कि यह समूह नगालैंड और मणिपुर तथा असम के दिमा हसाओ और कार्बी आंगलोंग के कुकी बहुल इलाके में सक्रिय है.अधिकारी ने कहा कि इस समूह ने हाल में 'कर' के तौर पर जबरन धन उगाही की गतिविधियां शुरू कर दी थीं. सात उग्रवादी कार्बी आंगलोंग जिले के हैं जबकि एक दिमा हसाओ का है. अधिकारी ने कहा, 'पैसे की उगाही की गतिविधियां सामने आने के बाद हमें उन्हें समर्पण करने के लिए मनाने में तीन महीने लगे.'
बता दें कि उग्रवादी समूह कुकी ट्राइबल यूनियन खुद को असम के दो पहाड़ी जिलों में रहने वाले कुकी समुदाय की बेहतरी के लिए एनएससीएन (आईएम) द्वारा शुरू किए गए बड़े नगालिम आंदोलन के हिस्से के रूप में दावा करता है. हालांकि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों को मीडिया से बातचीत करने की इजाजत नहीं थी. लेकिन इस दौरान एक उग्रवादी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हाथ में हथियार लेकर सामान्य जीवन जीना असंभव है, इसलिए हमने समर्पण करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि दीमा हसाओ (जिसे पहले उत्तरी कछार हिल्स के नाम से जाना जाता था) जिले के लोगों ने 80 के दशक के मध्य से विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा की गई कई हिंसक गतिविधियों को देखा था. वर्तमान में केंद्र और राज्य दोनों सरकारें एक साथ क्षेत्र में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उग्रवादियों से बातचीत करने की कोशिश कर रही हैं.
ये भी पढ़ें - असम : सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में उल्फा (आई) का एक उग्रवादी ढेर