नयी दिल्ली : पांचवीं पीढ़ी की इंटरनेट सेवा यानी 5जी इंटरनेट के साथ तकनीकी नवाचार भारत में दूरसंचार क्षेत्र के भविष्य को फिर से परिभाषित करेगा और इससे स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, वित्तीय प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स और मनोरंजन जैसे उद्योगों में कई अवसर पैदा होंगे. उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (Confederation of Indian Industry - CII) और डेलॉयट (Deloitte) की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई.
रिपोर्ट में कहा गया कि निजी दूरसंचार क्षेत्र को भविष्य में उद्यमों से भारी मांग देखने की मिलेगी, जिसका अगुवाई परिचालन के लिए अच्छे वातावरण में सुरक्षा और उच्च गति की कनेक्टिविटी की जरूरत करेगी.
रिपोर्ट में कहा गया कि 5जी के साथ तकनीकी नवाचार भारत में दूरसंचार क्षेत्र के भविष्य को फिर से परिभाषित करेगा. साथ ही आगामी उद्योगों और प्रौद्योगिकियों के साथ दूरसंचार सेवाओं के जुड़ाव से यह क्षेत्र एक सेवाप्रदाता से सेवा में मददगार के रूप में बदलेगा.
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डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी (डेलॉयट) के साझेदार और दूरसंचार क्षेत्र के लीडर पीयूष वैश्य ने कहा, 5जी और सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के जरिये तेज गति वाला ब्रॉडबैंड शुरू होने से दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र की प्रगति होगी और यह 100 करोड़ भारतीयों के जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा.
वही सीआईआई टेलीकॉम कन्वर्जेंस समिट 2021 के अध्यक्ष उमंग दास ने रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दूरसंचार क्षेत्र परिवर्तन के मुखाने पर खड़ा है.
(पीटीआई-भाषा)