नई दिल्ली : पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के मुताबिक भारत में विपक्षी दल इस मूल विचार का समर्थन करते हैं कि उन्हें 2024 के राष्ट्रीय चुनावों में भाजपा से लड़ने की जरूरत है और इस मुद्दे पर एक-दूसरे से बात कर रहे हैं.
राहुल ने कहा कि 'विपक्षी पार्टियों के साथ काफी तालमेल बना हुआ है. विपक्षी दलों से बातचीत चल रही है. मैं उनमें से कई से वाकिफ हूं. यह मूल विचार कि आरएसएस और भाजपा को लड़ने और पराजित करने की आवश्यकता है, विपक्षी दलों के मन में गहराई से बैठ गया है. कुछ सामरिक मुद्दे हैं जिन पर चर्चा की आवश्यकता है.'
राहुल ने कहा कि 'कुछ राज्य बहुत सरल हैं जबकि अन्य राज्य अधिक जटिल हैं. विपक्ष इन मतभेदों को दूर करने में काफी सक्षम है.' उन्होंने कहा कि 'आपके पास अलग-अलग राज्य हैं जो अलग तरह से काम करते हैं लेकिन अगर हम एक विचार के इर्द-गिर्द विपक्ष को एकजुट करने में सक्षम हैं, तो हम भाजपा को हरा सकते हैं.'
पूर्व कांग्रेस प्रमुख लंदन में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के साथ बातचीत के दौरान सवालों का जवाब दे रहे थे. रविवार को कांग्रेस ने मीडिया से बातचीत का एक वीडियो जारी किया (Rahul Gandhi in London).
राहुल 2024 में एकजुट होकर भाजपा से लड़ने की आवश्यकता के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि उनकी हालिया भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भव्य पुरानी पार्टी विपक्षी एकता बनाने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार थी.
उन्होंने कहा कि 'यात्रा एक विचार है. यह एक ऐसा मॉडल है जिसकी मूल रूपरेखा सभी गैर-भाजपा दलों को स्वीकार्य है. वह मूल डिजाइन क्या है, सबको साथ लेकर चलें, सामाजिक न्याय की बात करें, लोगों की बात सुनें.'
राहुल के मुताबिक, 2024 का लोकसभा चुनाव जिन मुद्दों पर लड़ा जाएगा उनमें बेरोजगारी, गलत तरीके से नोटबंदी और अर्थव्यवस्था पर जीएसटी का प्रभाव, छोटे और मध्यम उद्यमों का विनाश और कुछ लोगों के हाथों में बड़े पैमाने पर धन का होना, लेकिन यह भी कि विपक्ष एक साथ कैसे लड़ता है.'
पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ बहुत गुस्सा है और इसका ज्यादातर खुलासा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनसे बात करने वाले आम लोगों ने किया.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है. यात्रा के दौरान भाजपा के खिलाफ काफी गुस्सा सामने आया. यह राष्ट्रीय मीडिया में चलाए जा रहे नैरेटिव के खिलाफ था. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि भारत में विपक्ष सत्तारूढ़ भाजपा से बड़ी ताकत के खिलाफ खड़ा है.
उन्होंने कहा कि 'भारत में विपक्ष अब अकेले बीजेपी से नहीं लड़ रहा है. आरएसएस और भाजपा ने भारत के लगभग सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. इसलिए, समान अवसर का विचार मौजूद नहीं है. यूनाइटेड किंगडम में, दो पार्टियां चुनाव लड़ती हैं और संस्थाएं तटस्थ होती हैं. वह भारत में चला गया है.'
पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने इस विचार का विरोध किया कि उनकी पार्टी सोशल मीडिया पर धारणा की लड़ाई हार रही है. उन्होंने कहा कि 'यात्रा नैरेटिव पर भारी रही... भाजपा ने इस पर हमला करने की कोशिश की. मैंने इसे अपनी आंखों से देखा... यह परिवर्तनकारी चीज थी. राष्ट्रीय प्रेस को ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसलिए, यह अवधारणा कि कांग्रेस पार्टी सोशल मीडिया पर हार रही है, एक कल्पना है.'
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