बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया के काफिले पर हमला करने के आरोप में कम से कम 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि राज्य में वीर सावरकर पर छिड़े विवाद से तनाव बढ़ गया है. कोडागु के पुलिस अधीक्षक अयप्पा एमए ने शनिवार को कहा कि पुलिस ने इस सिलसिले में कुशलनगर से नौ और मदिकेरी शहर से सात लोगों को गिरफ्तार किया है. एसपी अयप्पा ने कहा कि आरोपियों को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है और उनके राजनीतिक जुड़ाव की जांच की जा रही है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी ने सिद्धारमैया के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उन पर कपड़ों में लिपटे पत्थर फेंके.
शिवमोग्गा में पोस्टर विवाद पर अपनी टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता को भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध का सामना करना पड़ा. घटना की निंदा करते हुए सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके विरोध में लोगों को काम पर रखा है. इस बीच, धारवाड़ पुलिस ने वीर सावरकर की फोटो जलाने के आरोप में कांग्रेस पार्टी से जुड़े 12 नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस ने इस संबंध में बजरंग दल के कार्यकर्ता शिवानंद की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
कर्नाटक में हिंदू संगठनों का ऐलान, गणेश उत्सव में दिखेगी वीर सावरकर की तस्वीर : कर्नाटक में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने वाले गणेश उत्सव के दौरान हिंदू संगठनों ने भगवान गणेश की मूर्तियों के पास वीर सावरकर की तस्वीर लगाने का फैसला किया है. 31 अगस्त को पड़ने वाले गणेश उत्सव को मनाने के लिए समाज के सभी वर्ग आगे आते हैं. इस बार भव्य समारोह की तैयारी शुरू हो गई है, क्योंकि लोग पिछले 2 वर्षों से कोविड के कारण त्योहार नहीं मना पाए थे. कर्नाटक में शिवमोग्गा और अन्य जगहों पर वीर सावरकर के बैनर लगाने को लेकर 15 अगस्त को 75वें स्वतंत्रता दिवस पर शुरू हुए विवाद ने राजनीतिक मोड़ ले लिया है.
पढ़ें: गुजरात में दो कैबिनेट मंत्रियों को उनके विभागों से हटाया गया
इस फैसले से एक बड़ा विवाद पैदा होने की संभावना है, क्योंकि भगवान गणेश की मूर्तियों को राज्यभर में हर गली, हर जंक्शन पर रखा जाएगा. श्रीराम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने घोषणा की है कि उन्होंने हिंदू कार्यकर्ताओं से भगवान गणेश उत्सव को 'वीर सावरकर उत्सव' के रूप में मनाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि वीर सावरकर की तस्वीर भगवान गणेश की मूर्ति के पास रखी जाएगी और उनकी पूजा की जाएगी. यह घोषणा अधिकारियों के लिए चुनौती है, क्योंकि सावरकर की तस्वीर लगाने पर निश्चित रूप से विभिन्न वर्गो के लोगों द्वारा विरोध किया जाएगा.
विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, कर्नाटक में विपक्षी दल इसका कड़ा विरोध करेंगे और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा होने की आशंका है. इस बीच, वक्फ बोर्ड ने मांग की है कि स्कूलों में भगवान गणेश उत्सव की तर्ज पर ईद मिलाद मनाने की अनुमति दी जानी चाहिए और नमाज अदा करने के लिए एक कक्षा आरक्षित की जानी चाहिए. शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने स्कूलों में गणेश उत्सव मनाने की अनुमति देते हुए वक्फ बोर्ड की मांग को मानने से साफ इनकार कर दिया है.
पढ़ें: सिद्धरमैया ने वीरशैव-लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा के प्रयास पर पछतावे से इंकार किया
मैसूर और कोडागु के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने कहा कि अल्पसंख्यक धर्म, ईसाई और इस्लाम के अनुयायी जो शरण लेने के लिए भारत आए थे, वे देश की संस्कृति और परंपराओं पर सवाल नहीं उठा सकते. आगामी विधानसभा चुनावों में सत्ता हथियाने के लिए इस भगवान गणेश उत्सव में राज्य में राजनीतिक नाटक देखने को मिल सकता है.