सिसकता सुपेबेड़ाः क्या सरकार का मरहम करेगा काम
सुपेबेड़ा के लोगों के इलाज के लिए एम्स से विशेषज्ञों की टीम पहुंची थी, जहां सुपेबेड़ा गांव के 25 मरीजों ने अपना इलाज कराया, जिसमें से 15 किडनी पीड़ित थे. इस गुमनाम बीमारी से हो रही मौतों को लेकर सीएम बघेल ने कहा कि सुपेबेड़ा को लेकर हम भी चिंतित हैं, जिसके लिए एम्स से टीम भेजी गयी है. वहां के लोगों को ऐसा क्या है, जो लोगों को मौत के मुंह तक ले जा रही है, उसे सबको जानना है. वहीं राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी सुपेबेड़ा को लेकर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखने की बात कही है.