सूरजपुर: ग्रामीणों के स्वास्थ्य के साथ लापरवाही की तस्वीरें सामने आती रहती हैं. लेकिन रविन्द्रनगर गांव में प्रशासनिक लापरवाही की हद तब हो गई जब एक निजी डामर प्लांट गांव के रिहायशी इलाके में खोल दिया गया. ग्रामीण पिछले तीन महीने से प्लांट से निकलने वाली गैस की बदबू से परेशान हो रहे हैं. इसकी प्रशासन को भनक भी नहीं है.
सूरजपुर के NH 43 के किनारे स्थित रविन्द्रनगर गांव की ये तस्वीर है. इस प्लांट में जिस केमिकल से डामर के लिए मैटेरियल तैयार किया जा रहा है. उसकी बदबू बेहद ही खतरनाक है. आरोप है कि तीन महीने पहले यह प्लांट बड़े ही गोपनीय तरीके से खोला गया.
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नहीं ली गई अनुमति
इस काम के लिए ग्राम पंचायत से भी किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली गई. नतीजन प्लांट से निकलने वाली बदबू ग्रामिणों के लिए परेशानी का सबब बन गई. हद तो तब हो गई जब ग्रामिणों को सरदर्द, चक्कर जैसी बीमारी शुरू हुई. बड़ी मुश्किल से प्लांट के अंदर ग्रामीणों ने जाकर देखा कि बड़े-बड़े टैंकर और मोटर पंप से कुछ और ही खेल चल रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू किया. अब ग्रामीण इस प्लांट को बंद कराने के लिए आंदोलन का रुख करने की तैयारी में हैं.