सूरजपुर: धान खरीदी को लेकर पूरे प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है. सत्ता और विपक्ष एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन धरातल पर किसानों की स्थिति जस की तस बनी हुई है, सूरजपुर जिले में पिछले 25 दिनों से धान खरीदी चल रही है, लेकिन आज भी किसान की समस्या का निराकरण नहीं हो सका है, कभी किसानों का रकबा कम होने की शिकायत तो कभी टोकन ना मिलने की शिकायत आए दिन सामने आ रही हैं. ताजा मामला सूरजपुर के देव नगर का है जहां किसानों को बारदाना उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. जो बारदाना मिल भी रहा है वह फटा और जला हुआ है. जिसकी वजह से किसानों को धान तौलने में दिक्कत हो रही हैं.
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एक बार भी नहीं हुआ धान का उठाव
केंद्र के संचालक का कहना है कि अब तक एक बार भी धान का उठाव नहीं हो सका है. पूरी मंडी धान से जाम हो गई है. जिसकी वजह से अब उनके पास धान रखने की जगह नहीं बची है. किसानों को टोकन देना बंद करना पड़ रहा हैं. जिसके कारण किसान भी अब धान नहीं बेच पाएंगे. बारदाना नहीं मिलने के कारण धान लेकर खरीदी केंद्र पहुंचे किसानों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा हैं.
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अधिकारी झाड़ रहे पल्ला
इधर मामले में जिले के आला अधिकारी इस पूरे मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. इस कड़कती ठंड में किसान धान केंद्रों पर बड़ी आस लेकर पहुंचे हैं लेकिन उनके हाथ सिर्फ मायूसी ही आ रही है. शाखा प्रबंधक यह बोलकर पल्ला झाड़ ले रहे हैं कि ऊपर से बारदाना नहीं आ रहा है. अधिकारी की उदासीनता की वजह से किसान और सरकार दोनों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. प्रदेश के खाद्य मंत्री ने कई बार बयान दिया है कि किसानों का एक-एक दाना बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा बावजूद इसके धरातल पर स्थिति क्या है यह सभी को दिख रहा है.ऐसी स्थिति सिर्फ एक धान खरीदी केंद्र का नहीं बल्कि ज्यादातर समितियों का यही हाल है.