सूरजपुरः छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप डॉक्टर काफी सक्रिय हैं. समय-समय पर इसकी शिकायत भी आती रहती है. भोलेभाले ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में फंसकर आर्थिक नुकसान के साथ अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं.
झोलाझाप डॉक्टरों से संबंधित केस में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है. शिरडी गांव की रहने वाली महिला धमनिया बीते साल आग से झुलस गई थी. जिसका इलाज वो गांव के ही एक झोलाझाप डॉक्टर से करा रही थी. आरोपी डॉक्टर ने धमनिया को जल्द ठीक करने का भरोसा देकर इलाज शुरू कर दिया.
ज्यादा पैसे के लिए बंद किया इलाज
धमनिया के मुताबिक आरोपी डॉक्टर ने इलाज के नाम पर 10 हजार रुपये ले लिया. इसके बाद आरोपी ने 2 सप्ताह ट्रीटमेंट किया और फिर से पैसे की मांग करने लगा. पैसा नहीं मिलने पर डॉक्टर ने धमनिया का इलाज बंद कर दिया, जिससे जख्म और गहरा हो गया. थक-हारकर धमनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची. जहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर कर दिया. इसी बीच पीड़ित महिला धमनिया ने पुलिस थाने पहुंचकर झोलाछाप डॉक्टर की शिकायत की है.
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जिला चिकित्सा अधिकारी ने दिए जांच के आदेश
केस में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरएस सिंह ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा. पीड़ित महिला के मामले में संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए गए हैं.