सूरजपुर : जिले के चंदौरा थाने में पुलिस कस्टडी में दलित युवक की मौत मामले के मामले की जांच के लिए बीजेपी विधायक दल के दो सदस्यों थाने पहुंचकर जानकारी ली, साथ ही पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की. भाजपा विधायकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'विधानसभा के मानसून सत्र में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा.
मामले की जांच के लिए गठित दो विधायकों के दल में मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी और अकलतरा विधायक सौरभ सिंह शामिल हैं, जो चंदौरा थाने पहुंचे, जहां उन्होंने वस्तुस्थिति का जायजा लिया. पुलिस स्टाफ से पूछताछ कर दस्तावेज की जांच की. वहीं पीड़ित परिवार, स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से अलग-अलग मुलाकात की.
विधायक दल ने मामले में कई सवाल उठाते हुए कहा कि, 'बिना एफआईआर के युवक को बंदी गृह में क्यों डाला गया, बंदी गृह में डालने से पहले युवक की बर्बरता पूर्वक पिटाई पुलिस थाना और पब्लिक प्लेस पर क्यों की गई. मृतक कृष्णा सारथी के साथ थाना तक पहुंचे उसके दोस्त अजय लकडा का बयान अभी तक दर्ज क्यों नहीं किया गया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पेश नहीं की गई है'.
उठाए कई सवाल
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, 'मृतक की पत्नी, मृतक के ससुर, मृतक के परिवारजनों के अलावा स्थानीय ग्रामीणों के बयानों में और पुलिस के बयान में बहुत अंतर है, जो कई प्रकार के संदेहों को जन्म देता है. घटना के बाद न तो इस क्षेत्र के विधायक व मंत्री प्रेमसाय सिंह समेत कोई अन्य जिम्मेदार कांग्रेस नेता पीड़ित पक्ष से मिलने पहुंचे और न ही उस परिवार के प्रति किसी ने संवेदना व्यक्त की, इतना ही नहीं पुलिस और जिला प्रशासन के लोगों ने तो उस परिवार को न तो कोई राहत दी और न ही आर्थिक सहायता प्रदान की है'.
'पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएगी बीजेपी'
विधायक दल ने कहा कि, 'मामले की जांच रिपोर्ट नेता प्रतिपक्ष और संसदीय दल को सौंपी जाएगी. जांच में जो विषय सामने आए हैं और जहां सरकार व पुलिस से चूक हुई है उन्हें विधानसभा में रखकर पूरी ताकत के साथ घेरने की कोशिश की जाएगी. पीड़ित परिवार में पत्नी, माता-पिता और 4 बच्चे हैं, उनके भरण-पोषण, मुआवजा, आश्रित सदस्यों को नौकरी और परिवार को न्याय दिलाने का काम विपक्ष में होने के नाते बीजेपी करेगी'.
10 पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
दरअसल, जिले के चांदोरा थाने में बीते 25-26 जून को दलित युवक कृष्णा सारथी की फांसी पर झूलती लाश पाई गई थी, मामले में पुलिस विभाग ने घटना की जिम्मेदारी पुलिस स्टाफ पर डालते हुए तात्कालिक थाना प्रभारी समेत 10 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था.