सुकमा: सिलगेर गोलीकांड (silger firing case) और गढ़चिरौली मुठभेड़ के विरोध में नक्सलियों ने शनिवार को बंद (naxalites called off) बुलाया है. बंद को लेकर सुकमा जिले और आसपास के क्षेत्र में मिला-जुला असर दिखा. इस दौरान नक्सलियों ने कई जगह उत्पात मचाया. सुकमा में कई जगह पर्चे फेंक कर बस्तर से सभी पुलिस कैंप हटाने की मांग नक्सलियों ने की है. वहीं नेशनल हाईवे-30 में पेड़ काटकर जाम करने का प्रयास किया. दोरनापाल- जगरगुंडा मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा. नक्सली घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए डीजीपी ने सुरक्षाबलों को अलर्ट किया है. इलाके में जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है.
नक्सलियों ने बुलाया बंद
सिलगेर में गोलीकांड के बाद से ही पुलिस कैंप हटाने की मांग को लेकर लगातार विरोध हो रहा है. इसे लेकर नक्सलियों ने भारत बंद का ऐलान किया है. बंद की घोषणा के बाद नक्सलियों ने कई जगह सड़क मार्ग जाम करने का प्रयास किया गया. सुकमा के देवरपल्ली के पास नक्सलियों ने पर्चे फेंके, वहीं गगनपल्ली के पास नेशनल हाईवे-30 को भी जाम करने की कोशिश की. नक्सलियों ने वहां पर एक पेड़ काटकर डाल दिया.
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सुरक्षाबलों को किया गया अलर्ट
फिलहाल सूचना मिलने पर जवान लगातार मार्गों को बहाल करने में जुटे हुए हैं. फिलहाल अभी तक नक्सलियों की ओर से कुछ बड़ा करने की जानकारी सामने नहीं आई है.नक्सलियो ने बंद के दौरान दोरनापाल-जगरगुंडा मार्ग बंद रहा.
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पुलिस कैंप का लगातार हो रहा है विरोध
आपको बता दें कि सिलगेर में पुलिस कैंप की स्थापना के बाद से लगातार ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं. पिछले दिनों विरोध के दौरान तीन लोगों की मौत गोली लगने से हो गई थी. पुलिस का दावा है कि मारे गए लोग नक्सली थे. वहीं स्थानीय लोग मरने वाले को ग्रामीण बता रहे हैं. इस मामले में सियासत भी हो रही है. सरकार ने जांच कमेटी बनाई है. वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है.