सुकमा: नक्सलियों ने ऑडियो और प्रेस नोट जारी कर सुरक्षाबलों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, साथ ही बीजापुर में 1 दिसंबर को किए गए 2 ग्रामीणों की हत्या पर खेद जताया है. नक्सलियों ने ग्रामीणों की हत्या पर अपनी गलती स्वीकार की है. नक्सलियों ने ग्रामीणों को पुलिस से दूर रहने की सलाह दी है. नक्सलियों ने कहा है कि गांव के लोग पुलिस से दूर रहें, साथ ही पुलिस वाहन के जरिए आना-जाना भी न करें.
जगरगुंडा एरिया कमिटी की सचिव महिला नक्सली विमला ने ऑडियो जारी किया है. सुरक्षाबलों पर आरोप लगाए हैं, साथ ही मुठभेड़ों में 43 सुरक्षाबल के जवानों घायल करने और 2 अस्सिटेंट कमांडेंट की हत्या करने का दावा किया है. और इसे अपनी बड़ी कामयाबी भी बताया है. हांलाकि ETV भारत ऐसे किसी भी ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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सुरक्षाबलों और सरकार पर आरोप
नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर फर्जी मुठभेड़ में ग्रामीणों को मारने और अत्याचार करने के आरोप लगाए हैं. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार को इसका जिम्मेदार बताया है. नक्सलियों ने आगे भी जंग लड़ते रहने की बात कही है. ऑपरेशन प्रहार 3 को फर्जी बताया है. साथ ही ऑडियो में कहा गया है कि पुलिस ग्रामीणों के साथ अत्याचार कर रही है.
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पहले भी जारी हुए ऑडियो-वीडियो और प्रेस नोट
बता दें नक्सली समय-समय पर पर्चे फेकते हैं. पेड़ों पर अपने संगठन के बैनर लगाते हैं. इससे पहले नक्सलियों ने झीरम घाटी हमले की बरसी के दिन भी वीडियो जारी किया था. नक्सली समय-समय पर ऑडियो भी जारी करते हैं. बडे़ नक्सल लीडर रमन्ना के मौत की पुष्टि के लिए भी नक्सलियों ने ऑडियो जारी किया था.