सरगुजा: आपने हमेशा पानी को ढलान की ओर बहते देखा होगा, लेकिन यहां एक ऐसी जगह है जहां कुदरत का एक ऐसा करिश्मा होता है जिसे देख आप हैरान रह जाएंगे. यहां की घटनाएं प्रकृति के नियमों को भी चुनौती देती हैं. हम बात कर रहे हैं मैनपाट के बिसरपानी गांव की. जहां पानी ढलान की ओर ना जाकर इसकी उल्टी दिशा में बहता है. इस गांव में आश्चर्यों की कमी नहीं है. ऐसा ही एक अजूबा है उल्टा पानी. पानी के उल्टे बहाव के कारण इसका नाम उल्टा पानी पड़ गया. इसे देखने यहां दूर-दूर से लोग आते हैं.
उंचाई की ओर जाता है पानी
इस जगह पर पहुंचने के बाद आप देख सकते हैं की जमीन में जिस ओर ऊंचाई ज्यादा है, पानी उसी दिशा में बह रहा है. इसे जांचने के लिए हमने इस पानी में कागज की नाव बनाकर और कुछ पत्ते डाले यकीन तो नहीं हुआ लेकिन नाव और पत्ते पानी के साथ उंचाई की ओर बहने लगे.
गाड़ियां भी उल्टी दिशा में चलती है
यहां गाड़ियां भी ढलान की ओर ना जाकर उंचाई की ओर जाती है. अगर आप गाड़ी को न्यूट्रल में डालकर खड़ा करेंगे तो आप खुद ही हैरान रह जाएंगे. हो सकता है कि आप को अपनी आंखों पर भरोसा ना हो. गाड़ी ढलान की ओर ना जाकर उंचाई पर जाएगी.
मैग्नेटिक इफेक्ट हो सकता है कारण
हालांकि इस जमीन को मैग्नेटिक फील्ड माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो ऐसा मैग्नेटिक इफैक्ट के कारण हो सकता है. लेकिन शोध के अभाव में इसकी भी पुष्टि नहीं की जा सकती. छुट्टियों में पर्यटक इस अजीबोगरीब दृश्य का आनंद उठाने आते हैं. यहां जमीन हिलती ही नहीं, बल्कि हिचकोले भी खाती है. इस जमीन पर आप जितनी तेज कूदेंगे, यह उतनी तेज हिलती है, मानो कोई ट्रैंपोलिन हो.
प्रशासन को सहेजने की जरूरत
इतने खूबसूरत नजारे और अनोखी जगहों से भरा मैनपाट में प्रशासन की अनदेखी के चलते सुविधाओं का अभाव है. संस्कृति विभाग इस पर खास ध्यान नहीं दे रही है. छत्तीसगढ़ का ये शिमला और भी खूबसूरत हो सकता है बस जरूरत है तो प्रशासन को इस पर ध्यान देने की.