बस्तर: साल 2010 में सुकमा के ताड़मेटला में हुए बड़े नक्सली हमले में 76 जवान शहीद हुए थे. इस नक्सल अटैक में शामिल 1 नक्सली ने सरेंडर किया है. जबकि अन्य नक्सल वारदात में शामिल तीन नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. इन नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस के सामने बुधवार को सरेंडर किया है. सभी के ऊपर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सरेंडर करने वाले नक्सलियो में दो डीवीसीएम रैंक के नक्सली हैं और दो कंपनी सदस्य हैं.
76 जवानों की शहादत का बदला पूरा: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में मोस्ट वांटेड नक्सली कमलेश ऊर्फ अरब उर्फ गांधी है. नारायणपुर एसपी ने बताया कि इन चारों नक्सलियों ने अबूझमाड़ और ओरछा इलाके में आतंक मचा रखा था. इनके सरेंडर करने से नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में दो डीवीसीएम रैंक और दो कंपनी सदस्य हैं. नक्सली गांधी ने 75 सीआरपीएफ जवान और एक डीआरजी जवान की निर्ममता से हत्या करने में अहम भूमिका निभाई थी. वह ताड़मेटला नक्सल अटैक में शामिल था.
नक्सल संगठन के सक्रिय चार माओवादियों ने सरेंडर किया है. इन नक्सलियों में दो नक्सली डीवीसीएम रैंक और दो नक्सली नक्सलियों की कंपनी नंबर 6 के कैडर हैं. सभी के ऊपर 8-8 लाख का इनाम घोषित है. इनके ऊपर कुल 32 लाख का इनाम है. नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है. सभी को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी- प्रभात कुमार, एसपी, नारायणपुर
खूंखार नक्सली अरब उर्फ कमलेश उर्फ गांधी ने डाले हथियार: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में खूंखार नक्सली अरब उर्फ कमलेश उर्फ गांधी ने भी हथियार डाले हैं. उसने बताया कि वह करीब 19 साल से नक्सल संगठन में है. वह साल 2006 में नक्सल संगठन से जुड़ा उसके बाद साल 2007 से 2010 के बीच नक्सल संगठन के प्रेस टीम में कार्य किया. साल 2011 से 2015 तक जगरगुंडा एरिया कमेटी सदस्य रहा. साल 2016 से दक्षिण बस्तर में काम किया. अभी वह वर्तमान में माड़ एरिया में सक्रिय रहकर कार्य कर रहा था.
मैं साल 2010 में प्रेस टीम में रहने के दौरान सुकमा जिले के चिंतलनार थाना क्षेत्र में सक्रिय रहा. ताड़मेटला नक्सल अटैक में भी मैं शामिल था. इस नक्सल अटैक में 76 जवान शहीद हो गए. मेरा संपर्क DVCM मुरली, पापाराव और रामबाबू जैसे बड़े नक्सलियों से रहा है- अरब उर्फ कमलेश उर्फ गांधी, सरेंडर करने वाला नक्सली
"हमारे सरेंडर करने से नक्सलियों को बड़ा झटका": नक्सली अरब उर्फ कमलेश उर्फ गांधी ने कहा कि मेरे साथ तीन अन्य नक्सलियों के सरेंडर करने से नक्सल संगठन को नुकसान हुआ है. अभी नक्सल संगठन बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है. नक्सल संगठन में मतभेद भी आ रहे हैं. हमारे कई साथी मारे जा रहे हैं. ऐसा हो सकता था कि मैं भी कभी नक्सल एनकाउंटर में मारा जाता. इसलिए मैंने अपने साथियों के साथ सरेंडर किया है.
मैं काफी गरीब परिवार से आता हूं. जब मैं छोटा था उस दौरान मेरे माता पिता की मौत हो गई. उसके बाद सलवा जुडूम में मेरा गांव तबाह हो गया. जिससे मैं मजबूर होकर नक्सल संगठन से जुड़ा. अब मेरा मन परिवर्तन हो गया है. इसलिए मैं अपनी पत्नी और अपने अन्य साथियों से अपील करता हूं कि वह भी हथियार डाल दे. मैं अपनी पत्नी सीमा, अपने साथी सोमड़ु, बुधरु, सुखलाल, दीपक, और नीला से सरेंडर की अपील करता हूं- अरब उर्फ कमलेश उर्फ गांधी, सरेंडर करने वाला नक्सली
सरेंडर करने वाले नक्सलियों की पूरी जानकारी
- गांधी ताती उर्फ अरब उर्फ कमलेश, उम्र 35 साल, आठ लाख का इनामी नक्सली, माड़ डिवीजन संयुक्त मोर्चा प्रभारी और पूर्व नेलनार एरिया कमेटी प्रभारी एवं सचिव
- मैनू ऊर्फ हेमलाल कोर्राम, पूर्व बस्तर डिवीजन सदस्य, आमदाई एरिया कमेटी सदस्य, उम्र 35 साल, आठ लाख का इनामी
- रंजीत लेकामी ऊर्फ अर्जुन, उम्र 30 साल, नक्सलियों का सेक्शन कमांडर, 8 लाख का इनामी
- कोसी ऊर्फ काजल ऊर्फ कविता, उम्र 28 साल, नक्सलियों की सेक्शन कमांडर, 8 लाख की इनामी
बस्तर और नारायणपुर पुलिस ने इन चार खूंखार नक्सलियों के सरेंडर करने को बड़ी सफलता करार दिया है. नक्सल मोर्चे पर बस्तर में फोर्स को यह अहम कामयाबी मिली है. इससे आने वाले दिनों में नक्सलवाद के जंग में काफी मदद मिलेगी. नक्सली अरब से कई और खुलासे होने की उम्मीद है.