सरगुजा: नाबालिक के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कैदी गुरुवार सुबह मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से भाग निकला है. कैदी को बुधवार को ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जिसे सर्दी जुकाम था, जिसके बाद जेल प्रबंधन ने आरोपी को कोरोना के शक में जेल अस्पताल से रेफर कर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया था. जानकारी के मुताबिक गुरुवार की सुबह आरोपी वॉशरूम जाने का कहकर बाहर निकला था, जहां से वो जेल प्रहरियों को चमका देकर भाग निकला.
अस्पताल के अंदर से कैदियों के भागने की डेढ़ महीने के भीतर यह दूसरी घटना है. इसके पहले भी दुष्कर्म के आरोप में आजीवन कारवास की सजा काट रहा एक कैदी हथकड़ी निकालकर भाग निकला था, जिसे पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है. वहीं अब इस दूसरी घटना ने अस्पताल और जेल प्रबंधन की लापरवाहियों की पोल खोलकर रख दी है. फिलहाल ड्यूटी में तैनात दो जेल प्रहरी नरेंद्र वर्मा और प्रदीप नरेटी को जेल अधीक्षक ने निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही मणिपुर पुलिस मामले में केस दर्ज कर आरोपी की तलाश कर रही है.
दिसंबर 2019 में किया था अपराध
जानकारी के मुताबिक कोरबा जिले के कटघोरा थाना अंतर्गत खुटरीगढ़ गांव के शिकारी मोहल्ला में रहने वाला आरोपी रीनू शिकारी दिसंबर 2019 में शहर के मणिपुर चौकी क्षेत्र से एक नाबालिक लड़की का अपहरण कर फरार हो गया था. मामले की शिकायत के बाद जांच कर रही पुलिस ने लड़की को बरामद कर लिया गया था, लेकिन आरोपी फरार था. इस दौरान नाबालिक से दुष्कर्म की बात भी सामने आई थी.
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फरार चल रहे आरोपी को मणिपुर चौकी पुलिस ने मंगलवार को विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पेश किया गया था, जिसके बाद उसे 22 जुलाई को जेल भेज दिया गया था. वहीं डेढ़ महीने के अंदर दो आरोपियों के फरार होने से पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था में कई सवाल खड़े हो रहे हैं.