राजनांदगांव: स्वच्छता में पूरे देश में 13वां स्थान दर्ज करने के बाद राजनांदगांव रेलवे स्टेशन ने एक बार फिर नया आयाम प्राप्त किया है. बेहतर प्रबंधन और सुविधा के मामले में राजनांदगांव रेलवे स्टेशन को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में ISO सर्टिफिकेट मिला है.
BQC नाम की संस्था ने राजनांदगांव रेलवे स्टेशन का कई बार निरीक्षण किया और यहां की तमाम सुविधाओं को परखने के बाद स्टेशन को ISO अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. यह राजनांदगांव स्टेशन के लिए दूसरी बड़ी उपलब्धि है.
इस मुकाम पर आने किए गए कई अनोखे प्रयास
राजनांदगांव रेलवे स्टेशन को ISO सर्टिफिकेट मिलने पर कर्मचारियों में खुशी का माहौल है. पिछले 1 साल से लगातार राजनांदगांव रेलवे स्टेशन को नंबर वन बनाने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इस प्रयास में पर्यावरण स्वच्छता और यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को बेहतर करने के लिए कई अनोखे प्रयोग भी किए गए हैं. इसकी वजह से लगातार यात्रियों को यहां पर सुविधाएं भी मिल पा रही है.
बारीकी से की गई सभी व्यवस्थाओं की जांच
बीक्यूसी नामक कंपनी ने राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में कई तरीके की सुविधाओं को परखा है. इसमें सबसे पहले राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में कितनी एनर्जी खपत की जाती है, इस पर बारीकी से जांच की गई है. यहां पर पर्यावरण को लेकर क्या प्रयास किए गए हैं, इसका भी निरीक्षण किया गया है.
सोलर पैनल से होती है रेलवे स्टेशन में रोशनी
राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में खपत होने वाली पूरी एनर्जी सोलर पैनल के जरिए मिलती है. सोलर पैनल से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में पूरी बिजली जलती है. इस बात से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन का ISO सर्टिफिकेट में पहले ही दबदबा बन चुका था.
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सभी मापदंडों पर खरा उतरा स्टेशन
इस मामले में स्टेशन मास्टर एमपी अख्तर कहते हैं कि, कंपनी ने राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में दी जाने वाली सुविधाओं सहित कई मापदंडों का निरीक्षण किया. इसके बाद ISO सर्टिफिकेट जारी किया गया है. राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में स्वच्छता को लेकर के खास ध्यान दिया गया था. इस पर भी कंपनी ने ध्यान दिया इसके बाद ही ISO सर्टिफिकेट जारी किया गया है.