राजनांदगांव: डोंगरगांव में अर्जुनी गांव के शराब दुकान में लोगों की लगातार भीड़ बढ़ती ही जा रही है. लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं. मदिरा प्रेमियों की भीड़ को बेबस होकर पुलिस और प्रशासन देख रहा है. प्रशासन की लचर व्यवस्था के कारण अब अर्जुनी गांव में शराब दुकान को बंद करने की मांग जोर शोर से उठने लगी है. लोगों का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण भीड़ की वजह से कहीं उनके गांव में न फैल जाए.
दरअसल, डोंगरगांव कंटेनमेंट जोन और रेड जोन घोषित है. बावजूद इसके अर्जुनी गांव में शराब प्रमियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. मामले में अर्जुनी ग्राम पंचायत में बीते 19 जून को विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें सर्वसम्मिति से अर्जुनी के शराब दुकान को बंद करने का प्रस्ताव पास किया गया था. वहीं ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कर बंद करने की कलेक्टर से मांग की गई थी, लेकिन अब तक इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है.
ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि गांव लोग कोरोना वायरस के खौफ में हैं, ऊपर से शराब की दुकान उनको और चिंता में डाल दिया है. आक्रोशित ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
प्रशासन गांव में कोरोना फैलने का इंतजार कर रहा
सरपंच द्रोपती साहू ने बताया कि डोंगरगांव और राजनांदगांव रेड जोन घोषित है. जहां से मदिरा प्रेमी बड़ी संख्या में आ रहे हैं. 19 तारीख को प्रस्ताव कर कलेक्टर से बंद करने की मांग की गई थी, लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई है. गांव अब तक कोरोना के मामले में अछूता है, लेकिन लगता है प्रशासन गांव में कोरोना फैलने के बाद शराब दुकान बंद करेगा.
शराब दुकान के कारण ग्रामवासियों में भय का वातावरण
जनपद सदस्य मोहनीश साहू ने बताया कि ग्रामवासियों में भय का वातावरण है. जब तक राजनांदगांव और डोंगरगांव की शराब दुकान बंद है, तब तक अर्जुनी शराब दुकान को भी बंद किया जाए. वहीं समाजसेवी टामेश्वर साहू ने कहा कि भूपेश सरकार की शराबभट्टी की वजह से अर्जुनी में काफी भीड़ हो रही है. केवल एक संक्रमित व्यक्ति के कारण पूरा गांव खतरे में आ जाएगा. छोटे-बड़े व्यापारियों का व्यापार बंद हो जाएगा. साथ ही किसानों का भी कार्य पिछड़ सकता है. शासन-प्रशासन को इस तरफ ध्यान देने की जरूरत है.