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विश्लेषण : राजनांदगांव लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहा नोटा, बसपा प्रत्याशी से भी ज्यादा पड़े वोट

राजनांदगांव में हुए लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार नोटा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है. इस संसदीय क्षेत्र में नोटा ने तीसरा स्थान बनाया है. इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को भी नोटा ने पीछे छोड़ दिया है.

भारी पड़ गया नोटा
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Published : May 26, 2019, 7:48 PM IST

राजनांदगांव : लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार नोटा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है. इस संसदीय क्षेत्र में नोटा ने तीसरा स्थान बनाया है. दिलचस्प बात तो ये है कि इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को भी नोटा ने पीछे छोड़ दिया है.

राजनांदगांव लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहा नोटा

लोकसभा चुनाव में नोटा की भूमिका एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है, जिसे लेकर अब राष्ट्रीय पार्टियों को भी रणनीति बनानी होगी. नोटा पर बढ़ता वोट प्रतिशत राजनीतिक पार्टियों पर लोगों के घटते विश्वास की ओर संकेत है, जो इस लोकसभा चुनाव में स्पष्टतौर पर देखने को मिल रहा है.

राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था. इनमें तीन राष्ट्रीय पार्टियां और शेष निर्दलीय प्रत्याशी रहे. इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय ने 662387 वोट हासिल किए, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को 550421 वोट मिले. इन दोनों प्रत्याशी के बाद नोटा का नंबर आता है. जहां पूरे संसदीय क्षेत्र में नोटा पर 19436 वोट पड़े हैं, वहीं बसपा की प्रत्याशी रविता लकड़ा को मात्र 17145 वोट मिले. बता दें कि नोटा की वोट संख्या बसपा की प्रत्याशी रविता लकड़ा को मिले वोट से ज्यादा है. शेष प्रत्याशी तो नोटा को मिले मतों के आस-पास भी नहीं फटक पाए हैं.

नोटा को लेकर तैयार करनी होगी रणनीति
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार दीपांकर खोब्रागड़े का कहना है कि 'इस बार राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था. इनमें तीन राष्ट्रीय स्तर की पार्टियां शामिल रहीं, इसके बावजूद मतदाताओं ने नोटा का ऑप्शन अपनाया है. धीरे-धीरे नोटा की संख्या बढ़ती जा रही है. इसका साफ मतलब है कि जो प्रत्याशी राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में मैदान में थे, उन्हें 19436 मतदाताओं ने नकार दिया है.'

ये प्रत्याशी रहे मैदान में
प्रत्याशियों के नाम और उनको मिले वोट
भोलाराम साहू 5 लाख 50 हजार 421
रविता लकड़ा 17 हजार 145
संतोष पांडेय 6 लाख 62 हजार 387
अजय पाली 8366
डॉ. गोंजू पाल 1773
प्रतिमा संतोष वासनिक 1506
महेंद्र कुमार साहू 1519
विश्वनाथ पोर्ते 3817
वैद्य शेखू राम वर्मा 4297
कामिनी साहू 2445
कांति गुप्ता 3713
रामखेलावन डहरिया 5060
सच्चिदानंद कौशिक 12472
सुदेश टीकम 12668
नोटा 19426

राजनांदगांव : लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार नोटा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है. इस संसदीय क्षेत्र में नोटा ने तीसरा स्थान बनाया है. दिलचस्प बात तो ये है कि इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को भी नोटा ने पीछे छोड़ दिया है.

राजनांदगांव लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रहा नोटा

लोकसभा चुनाव में नोटा की भूमिका एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है, जिसे लेकर अब राष्ट्रीय पार्टियों को भी रणनीति बनानी होगी. नोटा पर बढ़ता वोट प्रतिशत राजनीतिक पार्टियों पर लोगों के घटते विश्वास की ओर संकेत है, जो इस लोकसभा चुनाव में स्पष्टतौर पर देखने को मिल रहा है.

राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था. इनमें तीन राष्ट्रीय पार्टियां और शेष निर्दलीय प्रत्याशी रहे. इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय ने 662387 वोट हासिल किए, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी को 550421 वोट मिले. इन दोनों प्रत्याशी के बाद नोटा का नंबर आता है. जहां पूरे संसदीय क्षेत्र में नोटा पर 19436 वोट पड़े हैं, वहीं बसपा की प्रत्याशी रविता लकड़ा को मात्र 17145 वोट मिले. बता दें कि नोटा की वोट संख्या बसपा की प्रत्याशी रविता लकड़ा को मिले वोट से ज्यादा है. शेष प्रत्याशी तो नोटा को मिले मतों के आस-पास भी नहीं फटक पाए हैं.

नोटा को लेकर तैयार करनी होगी रणनीति
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार दीपांकर खोब्रागड़े का कहना है कि 'इस बार राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था. इनमें तीन राष्ट्रीय स्तर की पार्टियां शामिल रहीं, इसके बावजूद मतदाताओं ने नोटा का ऑप्शन अपनाया है. धीरे-धीरे नोटा की संख्या बढ़ती जा रही है. इसका साफ मतलब है कि जो प्रत्याशी राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में मैदान में थे, उन्हें 19436 मतदाताओं ने नकार दिया है.'

ये प्रत्याशी रहे मैदान में
प्रत्याशियों के नाम और उनको मिले वोट
भोलाराम साहू 5 लाख 50 हजार 421
रविता लकड़ा 17 हजार 145
संतोष पांडेय 6 लाख 62 हजार 387
अजय पाली 8366
डॉ. गोंजू पाल 1773
प्रतिमा संतोष वासनिक 1506
महेंद्र कुमार साहू 1519
विश्वनाथ पोर्ते 3817
वैद्य शेखू राम वर्मा 4297
कामिनी साहू 2445
कांति गुप्ता 3713
रामखेलावन डहरिया 5060
सच्चिदानंद कौशिक 12472
सुदेश टीकम 12668
नोटा 19426

Intro:राजनांदगांव लोकसभा चुनाव 2019 में इस बार नोटा की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण रही है इस संसदीय क्षेत्र में नोटा ने जहां तीसरे स्थान पर अपनी भूमिका निभाई है सबसे दिलचस्प बात यह रही कि इस चुनाव में राष्ट्रीय पार्टी बहुजन समाज पार्टी को भी नोटा ने पीछे छोड़ दिया है बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी रविता लाकड़ा को जहां 17145 वोट मिले हैं वही नोटा को राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में 19436 वोट मिले हैं एक बड़ी चुनौती के रूप में नोटा की भूमिका लोकसभा चुनाव में सामने आ रही है इसे लेकर अब राष्ट्रीय पार्टियों को भी नोटा के लिए रणनीति बनानी होगी इस बात का संकेत इस लोकसभा चुनाव में स्पष्ट तौर पर देखने को मिल रहा है.


Body:राजनांदगांव लोकसभा सीट का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प रहा है इस सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था इनमें तीन राष्ट्रीय पार्टियां और शेष निर्दलीय प्रत्याशी रहे इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडे ने 662387 वोट हासिल किए वहीं कांग्रेस प्रत्याशी ने 550421 वोट हासिल किए इन दोनों ही प्रत्याशी के बाद नोटा का नंबर आता है तीसरे स्थान पर पूरे संसदीय क्षेत्र में नोट आने 19436 वोट हासिल किए हैं बता दें कि नोटा की वोट संख्या राष्ट्रीय पार्टी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रविता लाकड़ा को मिले वोट से ज्यादा है. विशेष प्रत्याशी नोटा को मिले मतों के आसपास भी नहीं फटक पाए हैं.
नोटा को लेकर तैयार करनी होगी रणनीति
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार दीपांकर खोब्रागड़े का कहना है कि इस बार राजनांदगांव लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य आजमाया था इनमें तीन राष्ट्रीय स्तर की पार्टियां शामिल रहे इसके बावजूद मतदाताओं ने नोटा का ऑप्शन अपनाया है और धीरे-धीरे नोटा की संख्या बढ़ती जा रही है इसका साफ मतलब है कि जो प्रत्याशी राजनंदगांव संसदीय क्षेत्र में मैदान में थे उन्हें 19436 मतदाताओं ने नकार दिया है सबसे बड़ी बात है रही कि नोटा जहां चुनाव परिणाम में तीसरे स्थान पर रहा वहीं राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बसपा चौथे स्थान पर रही उन्होंने नोटा की भूमिका को लेकर पार्टियों को किस तरीके से रणनीति तैयार करने की आवश्यकता है बात को लेकर समीक्षा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्तर की पार्टियों को इस बात की समीक्षा करनी चाहिए कि मतदाताओं की नाराजगी कहां पर है क्यों वह नोटा का प्रयोग कर रहे हैं इस पर राष्ट्रीय पार्टियों को मंथन करने की आवश्यकता है।
यह प्रत्याशी रहे मैदान में
प्रत्याशियों के नाम और उनको मिले वोट
भोलाराम साहू 5 लाख 50 हजार 421
रविता लाकड़ा 17 हजार 145
संतोष पांडे 6 लाख 62 हजार 387
अजय पाली 8366
डॉक्टर गोंजू पाल 1773
प्रतिमा संतोष वासनिक 1506
महेंद्र कुमार साहू 1519
विश्वनाथ से पोर्ते 3817
वैद्य शेखू राम वर्मा 4297
कामिनी साहू 2445
कांति गुप्ता 3713
रामखेलावन डेहरिया 5060
सच्चिदानंद कौशिक 12472
सुदेश टीकम 12668
नोटा 19426


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