राजनांदगांव: खैरागढ़ उपचुनाव के लिए बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित कर दिया है. कोमल जंघेल को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी ने पूर्व विधायक पर एक बार फिर दांव लगाया है. कोमल जंघेल विधानसभा 2018 के चुनाव में दूसरे स्थान पर थे. कोमल जंघेल जेसीसीजे के देवव्रत सिंह से बहुत कम वोटों से चुनाव हारे थे.
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खैरागढ़ उपचुनाव के लिए अंतत: भाजपा ने चुनावी मंथन के बाद अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. भाजपा ने अपने सबसे अनुभवी दावेदार को इस बार मैदान में उतारा है. भाजपा ने खैरागढ़ उपचुनाव के लिए कोमल जंघेल को अपना प्रत्याशी बनाया है. वे खैरागढ़ विधानसभा से पांचवी बार चुनावी मैदान में रहेंगे. कोमल जंघेल के नाम पर मुहर लगते ही भाजपा के विक्रांत सिंह गुट को तगड़ा झटका लगा है.
अब खैरागढ़ विधानसभा के उपचुनाव में यशोदा वर्मा कांग्रेस से और कोमल जंघेल भाजपा से आमने-सामने होंगे. इस बीच जोगी कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है. नरेंद्र सोनी जोगी कांग्रेस से खैरागढ़ उपचुनाव के प्रत्याशी होंगे. कांग्रेस के नाम घोषणा किए जाने के बाद से भाजपा में प्रत्याशी को लेकर घमासान चलता रहा. इस बीच पूर्व मंत्री डॉ. रमन सिंह के भतीजे विक्रांत सिंह और खैरागढ़ विधानसभा से दो बार विधायक रहे कोमल जंघेल के बीच टिकट को लेकर काफी घमासान हुआ. आखिरकार विक्रांत सिंह गुट को तगड़ा झटका लगा है.
भाजपा ने इस बार भी कोमल जंघेल पर अपना भरोसा जताते हुए उन्हें चुनावी मैदान में उतारा है. पिछली बार यानी 2018 के चुनाव में भी 870 वोटों से कोमल जंघेल को जोगी कांग्रेस से प्रत्याशी रहे दिवंगत नेता देवव्रत सिंह ने मात दी थी. खैरागढ़ में 2008 से 2013 तक भाजपा के कोमल जंघेल विधायक भी रहे हैं. खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा 10 प्रत्याशियों के नाम भेजे गए थे, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति ने कोमल जंघेल के नाम पर मुहर लगा दी है.
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव को लेकर 16 मार्च को रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में छत्तीसगढ़ प्रदेश चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई थी. बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुईं थी. प्रदेश प्रभारी के साथ साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल सहित तमाम भाजपा नेता बैठक में मौजूद थे.
खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर शिवरतन शर्मा , मोतीलाल साहू , केदार कश्यप और सौरव सिंह को पर्यवेक्षक बनाकर भेजे गया था. चारों पर्यवेक्षक ने पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों से चर्चा की थी, जिसमें 10 नाम सामने आए थे. केंद्रीय नेतृत्व ने अब खैरागढ़ उपचुनाव के लेकर कोमल जंघेल के नाम पर मुहर लगा दी है.
12 अप्रैल को खैरागढ़ में होना है मतदान
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खैरागढ़ विधानसभा की सीट खाली थी. निर्वाचन आयोग ने 12 अप्रैल को मतदान की तारीख निर्धारित की है. 16 अप्रैल को मतगणना होगी. इसी दिन परिणाम भी घोषित किए जाएंगे. खैरागढ़ उपचुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 24 मार्च निर्धारित की गई है. 28 मार्च तक प्रत्याशी अपना नाम वापस कर सकते हैं.