राजनांदगांव: मातृ शिशु अस्पताल में तकरीबन 14 बच्चियां हिस्टीरिया नाम की बीमारी से एक साथ ग्रसित होकर इलाज के लिए पहुंची. हालांकि परिजन और छात्राओं का बयान कई बातों को जन्म दे रहा है.
दरअसल बालोद जिला के डौंडी लोहारा ब्लॉक स्थित देवरी बंगला मिडिल स्कूल में 14 बच्चियां मंगलवार को प्रार्थना करते समय बेहोश होकर गिर पड़ी. इस घटना के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया. शिक्षकों ने बच्चियों को देवरी अस्पताल में भर्ती कराया. गंभीर रूप से बीमार चार छात्राओं को मेडिकल कॉलेज अस्पताल राजनांदगांव रेफर कर दिया गया. फिलहाल बच्चों की हालत ठीक बताई जा रही है. वहीं देवरी में भर्ती बच्चों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
'शनिवार से बेहोश हो रहे बच्चे'
बच्चियों के साथ अस्पताल पहुंची परिजन सामरी साहू ने बताया कि 'स्कूल में बच्चे शनिवार से बेहोश हो रहे हैं. शनिवार को चार छात्राएं बेहोश हुई थी, वहीं सोमवार को 7 से 8 छात्राएं बेहोश हुईं, जबकि मंगलवार को करीब 14 छात्राएं बेहोश हुईं. वहीं आए दिन हो रही घटना को देखते हुए शिक्षकों के होश उड़ गए. इन बच्चों को करीब 30 मिनट तक होश नहीं आया जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया'.
डॉक्टरों ने बताया हीमोग्लोबिन की कमी
पीड़ित बच्ची की मां प्रीति देवांगन ने बताया कि 'इन बच्चों को यह समस्या स्कूल में ही हो रही है. घर में इस तरह की कोई समस्या नहीं होती. वहीं उन्होंने यह भी बताया कि 'बच्चों को पहले कभी ऐसी कोई भी समस्या नहीं थी. वहीं डॉक्टरों ने इसे हिमोग्लोबिन (HB) और कमजोरी बताया है.
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इलाज में होती रही लापरवाही
बीमार छात्राओं को बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया है. यहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया, लेकिन इसकी जानकारी साइकोलॉजिस्ट को नहीं दी गई. जबकि मामला साइकोलॉजिकल है. हालांकि देर शाम को साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर शरद मनोरे ने बच्चों की जांच की.