रायपुर: छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने संगठन स्तर पर कसावट करने के लिए मंथन और प्लानिंग तेज कर दी है. बीजेपी के संगठन चुनाव को लेकर रायपुर में समीक्षा बैठक की गई. इस मीटिंग में हर जिले के बीजेपी जिलाध्यक्ष को चुनने के लिए तीन नामों का पैनल तैयार किया गया है. इस बैठक में एक अहम फैसला लिया गया है. जिला अध्यक्षों के चयन के लिए तीन नाम को लेकर तैयार पैनल को केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष रखा जाएगा. उसके बाद उसमें से जिस नाम पर सहमति बनेगी उसे जिले की कमान दी जाएगी.
जिलेवार बीजेपी नेताओं से हुई चर्चा: बीजेपी की इस बड़ी बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, केंद्रीय संगठन चुनाव पर्यवेक्षक सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव मौजूद रहे. इनके अलावा प्रदेश संगठन के महामंत्री पवन साय, संगठन चुनाव के प्रदेश प्रभारी खूबचंद पारख भी चुनाव समिति की पैनल में शामिल थे. उनके सामने ही जिले से आए भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने बातों को पैनल के सामने रखा.
संगठन चुनाव समीक्षा की बैठक के तुरंत बाद नगर निकाय पंचायत चुनाव और संभाग पदाधिकारी की बैठक भी होगी. इस बैठक में इस बात का निर्णय लिया जाएगा की पंचायत चुनाव में कैसे जीत दर्ज की जाए. इस दिशा में भी रणनीति बनाई जाएगी. पंचायत से पार्लियामेंट तक भाजपा का नारा है. पंचायत से पार्लियामेंट तक भाजपा कैसे पहुंचेगी इसको लेकर के रणनीति बनाई जा रही है- गजेंद्र सिंह पटेल, बीजेपी संगठन चुनाव पर्यवेक्षक
संगनठ चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा: इस मीटिंग में बीजेपी संगठन चुनाव की प्रक्रिया को लेकर भी चर्चा हुई. बीजेपी केंद्रीय संगठन चुनाव पर्यवेक्षक गजेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया को ठीक संचालित करने के लिए जो भी दिशा निर्देश भाजपा ने बनाए हैं, उन नीतियों के तहत नियुक्ति की प्रक्रिया होगी. सर्व सम्मति से जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है. जातिगत समीकरण के आधार पर, कार्यकर्ताओं की सक्रियता के आधार पर, पूर्व पदाधिकारी के काम के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया की जा रही है.
"काम के आधार पर होगी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति": बीजेपी केंद्रीय संगठन चुनाव पर्यवेक्षक गजेंद्र सिंह पटेल ने यह भी कहा कि जिसने सबसे ज्यादा काम किया है उसके आधार पर भी जिलाध्यक्षों की नियुक्ति होगी. इसके अलावा पार्टी को आगे ले जाने की उनकी क्या रणनीति है इसके आधार पर जिला अध्यक्षों का चयन किया जाएगा. इसी बात को लेकर हम लोगों ने जिले से आए नेताओं से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों से भी बातचीत हुई है उसमें हर जिले के लिए तीन नाम का पैनल तैयार किया गया है. जिसे केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जा रहा है और अंतिम निर्णय केंद्रीय चुनाव समिति को करना है.