खैरागढ़/राजनांदगांव : मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं जांच कराने पर रिपाेर्ट पॉजीटिव आ रही है. यही वजह है कि अब स्वास्थ्य विभाग के साथ ही प्रशासन की भी नींद उड़ी हुई है. क्योंकि उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग सिर्फ कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण जिनमें पाए गए थे उनका सैंपल ले रहा था. लेकिन अब बिना लक्षण वाले प्रवासी मजदूरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया है.
बता दें कि ग्रीन जोन में रहे खैरागढ़ ब्लॉक में भी सोमवार को 4 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. सलोनी पंचायत के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह-रहे पति-पत्नि की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसी तरह सोनभट्टा गांव में हैदराबाद से आए युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव निकली. जबकि सलिहा गांव में सोमवार को ही क्वॉरेंटाइन अवधि पूरा कर घर पहुंचा युवक भी कोरोना संक्रमित पाया गया है. खास बात यह है कि एक भी मरीज में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नहीं मिले है. स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन सैंपल लिया था, जिसके बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.
रूटीन में लिया था सैंपल
चार पॉजीटिव मिले मरीजों में सैंपल लेने के दौरान संक्रमण का लक्षण नहीं पाया गया था. स्वास्थ्य विभाग ने ऐहतियातन सैंपल लिया था, बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन ने बताया की सलोनी पहुंचे पति-पत्नि कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं, हैदराबाद से ट्रक के माध्यम से राजनांदगांव पहुंचे थे. ऐहतियात के तौर पर 4 जून को रूटीन निरीक्षण कर खुद बीएमओ डॉ. बिसेन ने ही दोनों के सैंपल लिए थे.
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अब तक 379 की जांच, चार पॉजिटिव
खैरागढ़ ब्लॉक में अब तक करीब 379 लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है. जिसमें चार लोग ही कोरोना पॉजिटिव निकले हैं. वही 9 की रिपोर्ट आनी बाकी है. जबकि बाकि लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इसमें क्वॉरेंटाइन सेंटरों में ड्यूटी कर रहे कर्मचारी भी शामिल हैं.अब जहां से कोरोना मरीज पाए गए उन सेंटरों में ड्यूटी में कार्यरत कर्मचारियों का सैंपल लिया जा रहा है.