खैरागढ़/राजनांदगांव: बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की धान की फसल बर्बाद हो गई है. खेतों में तैयार खड़ी धान की फसल आंधी-तूफान के कारण गिरकर जमीन पर लेट गई है. अत्याधिक बारिश होने से धान की बालियां भी खराब हो रही है. ओलावृष्टि के कारण पौधों से बालियां गीली जमीन पर गिर गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. मई महीने के भीषण गर्मी के बीच हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है.
रबी फसल बर्बाद
बता दें, बेमौसम बारिश, तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि अपना कहर बरपा रही है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. शुक्रवार शाम को हुई भारी बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई. तेज आंधी-तूफान भी आया है. इससे पहले खरीफ और रबी दोनों फसल खराब मौसम के कारण बर्बाद हो गयी.
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किसानों की फसलों को पहुंचा नुकसान
राजनांदगांव में लगभग 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गर्मी के मौसम में धान की खेती की जा रही है. इसके अलावा मक्का, मूंग, उड़द, सरसों, चना, कुल्थी की फसलें लगाई जा रही है, लेकिन बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. वहीं गर्मी के मौसम में फसल बीमा का भी प्रावधान नहीं रहता है.
बता दें, छत्तीसगढ़ में लगातार कोरोना ने हाहाकार मचा कर रखा है. इस बीच राजधानी में हो रही बारिश के कारण खेतों में लगे धान की फसल की बालिया झड़कर नीचे गिर रही है, जिससे किसानों का भारी नुकसान हो रहा है.