बदलते समय के साथ-साथ हमारी जीवनशैली के साथ-साथ खान-पान की आदतें भी बदल गई हैं. कुछ लोग स्वास्थ्य अनुपूरक (स्वास्थ्य अनुपूरक) ले रहे हैं. नतीजन उन्हें एसिडिटी जैसी समस्या हो रही है. एसिडिटी एक आम पाचन समस्या है. इससे पेट और छाती में परेशानी होती है. कभी-कभी पेट में दर्द होना. इससे बदहजमी भी हो जाती है. बहुत अधिक खाना, वसायुक्त भोजन करना, मसालेदार भोजन करना, तनाव, धूम्रपान और शराब भी एसिडिटी में योगदान करते हैं.
अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने यानी कम खाने, हानिकारक खाद्य पदार्थों से परहेज करने, सही समय पर खाने, तनाव न लेने से एसिडिटी की संभावना कम रहती है. इसके अलावा हम अपनी रसोई में मौजूद कुछ सामग्रियों से एसिडिटी कम करने की प्राकृतिक औषधियां बना सकते हैं. आइए जानते हैं एसिडिटी के 7 प्राकृतिक उपचारों के बारे में
1. अदरक
अदरक हमारी रसोई में हमेशा उपलब्ध रहता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. अदरक की चाय, अदरक के रस या भोजन के हिस्से के रूप में अदरक का सेवन करने से एसिडिटी से राहत मिल सकती है.
2. एलोवेरा
एलोवेरा सिर्फ खूबसूरती के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है. भोजन से पहले एक गिलास एलोवेरा जूस पीने से पेट की सूजन से राहत मिलती है और एसिडिटी कम होती है.
3. एप्पल साइडर
एसिडिटी से राहत पाने के लिए एक गिलास पानी में 1-2 बड़े चम्मच एप्पल साइडर सिरका मिलाएं और भोजन से पहले इसे पिएं. पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि सेब का सिरका पेट में एसिड को निष्क्रिय करता है और अम्लता से राहत देता है.
4. सौंफ
सौंफ उन प्राकृतिक सामग्रियों में से एक है जो एसिडिटी को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं. भोजन के बाद कुछ सौंफ के बीज खाए जा सकते हैं. या फिर आप एक चम्मच सौंफ के बीजों को उबालकर सौंफ की चाय बना सकते हैं.
5. ठंडा दूध
ठंडा दूध एसिडिटी के लिए एक सरल और प्रभावी उपाय है. दूध में मौजूद कैल्शियम पेट की एसिडिटी को कम करने और अम्लता से राहत दिलाने में मदद करता है. इसलिए एसिडिटी को कम करने के लिए एक गिलास ठंडा दूध पिएं.
6. नारियल पानी
नारियल पानी भी एसिडिटी को कम करता है. नारियल पानी में मौजूद प्राकृतिक क्षारीयता पेट के एसिड को निष्क्रिय कर देती है और एसिडिटी को कम कर देती है. एक गिलास नारियल पानी पीने से पेट की सूजन कम हो सकती है.
7. केला
केले में मौजूद पोटैशियम एसिड को बेअसर करने और एसिडिटी को कम करने में मदद करता है. केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है. इसलिए एसिडिटी से बचने के लिए रोजाना एक केला खाएं.
इसके साथ ही एसिडिटी से बचने के लिए स्वस्थ खान-पान और जीवनशैली का पालन करना भी बहुत जरूरी है. मसालेदार और वसायुक्त भोजन से बचना चाहिए. नियमित रूप से पर्याप्त भोजन करें. देर रात खाना खाने से बचें. योग-ध्यान जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें. यदि आप पुरानी एसिडिटी या संबंधित लक्षणों से पीड़ित हैं तो डॉक्टर से परामर्श लें.
डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर/एक्सपर्ट की सलाह लें.