राजनांदगांव: शहर के उदयाचल के पास स्थित हनुमान मंदिर के अंदर बन रहे राम मंदिर के निर्माण को लेकर पार्षद मधु बैद ने आपत्ति जताई थी, जिसे आखिरकार उन्होंने वापस ले लिया है. पार्षद मधु अपने समर्थकों के साथ गुरुवार को महापौर हेमा देशमुख से मिलकर अपनी आपत्ति वापस ली है. पार्षद के आपत्ति वापस लेने के बाद अब मंदिर परिसर में राम मंदिर का निर्माण शुरू किया जाएगा.
दरअसल, उदयाचल के पास स्थित हनुमान मंदिर के अंदर बन रहे राम मंदिर निर्माण को लेकर 2 दिनों से राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ था. जानकारी के मुताबिक कुछ भाजपा नेताओं ने पार्षद को दबाव देकर उनके ही लेटर पैड से निर्माण कार्य में रोक लगाने के लिए आपत्ति दर्ज कराई थी. इस आपत्ति के बाद माहौल गरमा गया था.
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वार्ड के लोगों का कहना था कि इस मामले में राजनीतिक हस्तक्षेप ठीक नहीं है. राम मंदिर का निर्माण ठीक जगह पर किया जा रहा है और भूमि पूजन भी हो चुका है. ऐसी स्थिति में राम मंदिर के निर्माण पर रोक लगाना उचित नहीं है. वहीं दूसरी ओर पार्षद मधु बैद ने इस मामले में पहले तो विरोध करते हुए दिखे, लेकिन बाद में लोगों के विरोध को देखते ही उन्होंने गुरुवार को अपनी आपत्ति वापस ले ली है. महापौर कक्ष में हुई बैठक में दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ और राम मंदिर निर्माण को लेकर पहल की गई.
लिखित में ली गई है सहमति
इस मामले में बजरंग दल के संभाग प्रमुख अरुण गुप्ता ने बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर जो विवाद किया जा रहा था और निर्माण को अवैध बताया जा रहा था वह पूरी तरह से निराधार था. आज पार्षद ने खुद अपने लेटर पैड में लिखकर मंदिर निर्माण को सहमति दी है. इसके साथ ही निगम आयुक्त और महापौर के समक्ष उन्होंने किसी भी तरह के निर्माण को अवैध नहीं होना बताया है.