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डोंगरगढ़ : बिना अनुमति प्रोजेक्टर की खरीदी, अब सवालों से बच रहे अधिकारी

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Published : Aug 17, 2019, 2:16 PM IST

डोंगरगढ़ ब्लॉक में जनपदों के माध्यम से प्रोजेक्टर की खरीदी की गई है.15 हजार के प्रोजेक्टर को 50 से 60 हजार रुपए में खरीदा जा रहा है

जनपदों के माध्यम से प्रोजेक्टर की खरीदी

राजनांदगांव : महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी में जनपद स्तर पर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है.डोंगरगढ़ ब्लॉक में जनपदों के माध्यम से प्रोजेक्टर की खरीदी की गई है. जबकि जिला पंचायत ने किसी भी प्रकार के प्रोजेक्टर की खरीदी की नही स्वीकृति थी. बावजूद इसके ग्राम पंचायतों ने जनपद के माध्यम से खरीदी कर ली.15 हजार के प्रोजेक्टर को 50 से 60 हजार रुपए में खरीदा जा गया है .

बिना अनुमति प्रोजेक्टर की खरीदी

सवालों से बच रहे अधिकारी
जनपद पंचायत के अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि अब तक के कितने प्रोजेक्टर खरीदे गए हैं और इनकी खरीदी को लेकर के क्या नियम शर्ते तय की गई थी इसके चलते पूरा मामला संदेहास्पद हो गया है

पढे़ - 40 लाख की लागत से बना था बंदर नसबंदी सेंटर, ढाई साल में एक ऑपेरशन

अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई : कलेक्टर
मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है प्रोजेक्टर की खरीदी किस लिए की गई है. भंडार क्रय नियम का पालन किया गया या नहीं किन परिस्थितियों में इसकी खरीदी हुई है इन सब मामले को लेकर जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है

राजनांदगांव : महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बारी में जनपद स्तर पर बड़ा भ्रष्टाचार सामने आया है.डोंगरगढ़ ब्लॉक में जनपदों के माध्यम से प्रोजेक्टर की खरीदी की गई है. जबकि जिला पंचायत ने किसी भी प्रकार के प्रोजेक्टर की खरीदी की नही स्वीकृति थी. बावजूद इसके ग्राम पंचायतों ने जनपद के माध्यम से खरीदी कर ली.15 हजार के प्रोजेक्टर को 50 से 60 हजार रुपए में खरीदा जा गया है .

बिना अनुमति प्रोजेक्टर की खरीदी

सवालों से बच रहे अधिकारी
जनपद पंचायत के अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि अब तक के कितने प्रोजेक्टर खरीदे गए हैं और इनकी खरीदी को लेकर के क्या नियम शर्ते तय की गई थी इसके चलते पूरा मामला संदेहास्पद हो गया है

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अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई : कलेक्टर
मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है प्रोजेक्टर की खरीदी किस लिए की गई है. भंडार क्रय नियम का पालन किया गया या नहीं किन परिस्थितियों में इसकी खरीदी हुई है इन सब मामले को लेकर जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है

Intro:राजनांदगांव राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा घुरवा गरबा और बारी में जनपद स्तर पर बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है जनपद सीईओ इस योजना में मनमानी खरीदी कर रहे हैं। इस योजना की आड़ में बड़े भ्रष्टाचार को चुपके से अंजाम दिया जा रहा है ताजा मामला योजना के तहत खरीदे गए प्रोजेक्टर से जुड़ा हुआ है जहां ₹15000 के प्रोजेक्टर को 50 से 60 हजार रुपए में जनपदों के माध्यम से खरीदा जा रहा है. बताया जा रहा है कि एक अधिकारी से जुड़े सप्लायर को फायदा पहुंचाने के लिए यह पूरा खेल किया जा रहा है.


Body:जिले के डोंगरगढ़ डोंगरगढ़ ब्लॉक में जनपदों के माध्यम से प्रोजेक्टर की खरीदी की गई है जबकि जिला पंचायत में किसी भी प्रकार का प्रोजेक्टर करें करने के लिए ना कोई स्वीकृति दी थी और ना ही कोई आवंटन बावजूद इसके ग्राम पंचायतों ने जनपद के माध्यम से कैसे खरीदी कर ली यह जांच का विषय बना हुआ है दूसरी ओर जनपद पंचायत के अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि अब तक के कितने प्रोजेक्टर खरीदे गए हैं और इनकी खरीदी को लेकर के क्या नियम शर्ते तय की गई थी इसके चलते पूरा मामला संदेहास्पद हो गया है।
रिकॉर्ड में कर दिया है हेरफेर
जिला पंचायत से बिना किसी अनुमति के जनपदों ने प्रोजेक्टर की खरीदी की है अधिकारी इस संबंध में किसी भी सवाल का जवाब देने से भी बच रहे हैं डोंगरगांव और डोंगरगढ़ जनपद पंचायतों ने कितने ग्राम पंचायतों के लिए प्रोजेक्टर खरीदे हैं और इनकी खरीदी को लेकर के किसने आदेश जारी किए इस विषय पर कोई भी जवाब जनपद के अधिकारी नहीं दे रहे हैं।
जांच हुई तो सामने आएगा घोटाला
इस मामले में अगर निष्पक्ष जांच की जाती है तो नरवा गरवा घुरवा और बारी योजना में जनपद स्तर पर किए गए बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा हो सकता है हालांकि जिला पंचायत इस मामले में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा पाई है वही जनपद स्तर के अधिकारी दबी जुबान में यह भी स्वीकार कर रहे हैं कि मौखिक आदेश पर या खरीदी की गई है।


Conclusion:संबंधित अधिकारी के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस मामले में कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है प्रोजेक्टर की खरीदी किस लिए की गई है भंडार क्रय नियम का पालन किया गया है कि नहीं किन परिस्थितियों में इसकी खरीदी हुई है इन सब मामले को लेकर जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
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