रायपुर: कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जिम क्लब और स्वीमिंग पूल का संचालन बंद है, जिसके बाद से फिटनेस प्रेमियों का जिम जाना छूट गया है. वर्कआउट नहीं करने से जिम करने वाले लोगों के हेल्थ में बदलाव देखे जा रहे हैं. हालांकि, लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद अब लोग फिट रहने के लिए साइकिलिंग कर रहे हैं. इन दिनों शाम होते ही राजधानी की सड़कों में सैकड़ों लोग साइकिल पर घूमते नजर आते हैं. अपनी सेहत दुरुस्त रखने के लिए लोग जिम में पसीना बहाने के बजाय साइकिलिंग कर सेहत बना रहे हैं.
ETV भारत ने साइकिलिंग करने वाले युवाओं से बातचीत की है. जिसमें राहुल विधानी ने बताया कि लॉकडाउन में घर पर रहकर ओवर इटिंग के चलते बॉडी का फैट बढ़ गया है, जिम भी बंद है इसलिए वर्कआउट के लिए साइकिलिंग करना शुरू किया है. वर्कआउट के साथ-साथ दोस्तों से भी मुलाकात हो जाती है.
प्रशांत बरडिया ने बताया कि वे जिम में एक्सरसाइज करते थे, लॉकडाउन के दौरान 2 महीने जब घर में बैठे रहे, इस दौरान पूरा वेट बढ़ गया, जिसके बाद सभी दोस्तों ने साइकिलिंग करना शुरू कर दिया है. अब सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ वर्कआउट भी हो रहा है. रोजाना शाम एक से दो घंटा साइकिलिंग करते हैं, 20 से 25 किलोमीटर साइकिल चला लेते हैं.
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साइकिलिंग बेहतर रास्ता
सुमित कुकरेजा ने बताया की घर में रहने के दौरान यह समझ आया कि कोरोना से कुछ हो या ना हो, लेकिन अगर फिट नहीं रहे तो हेल्थ की समस्या से परेशान हो जाएंगे, दोस्तों ने यह डिसाइड किया कि फिट रहने के लिए कुछ एक्टिविटी करना जरूरी है तो हम सभी ने मिलकर साइकिलिंग शुरू की है. मनीष लालवानी ने बताया कि वर्कआउट नहीं होने के चलते बॉडी जाम सी हो गई थी. जिम को सभी मिस कर रहे हैं तो वर्कआउट करने के लिए साइकिलिंग एक बेहतर रास्ता है.