रायपुर: छत्तीसगढ़ में 26 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अधिकारियों से बैठक ली. इस दौरान छत्तीसगढ़ में चुनावी आंकड़े पेश किए. आंकड़ों की मानें तो पिछले 4 विधानसभा चुनावों में महिला वोटर की संख्या पुरुषों के मुकाबले कम थी. लेकिन इस बार कहानी बदल गई है. इस साल महिला वोटरों की संख्या अधिक है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कुल मतदाताओं की संख्या 1.97 करोड़ है. इसमें पुरुष मतदाता 98.2 लाख और महिला मतदाता 98.5 लाख है. यानी पुरुषों के मुकाबले महिला वोटर 30 हजार ज्यादा हैं. महिलाएं इस बार के विधानसभा चुनाव में किंगमेकर की भूमिका में रहेंगी. किसके सिर ताज सजेगा और किसे हार मिलेगी, यह सब इस बार महिलाएं ही तय करेंगी.
साल 2003 और 2008 में पुरुष वोटर्स अधिक: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में महिला वोटर्स की संख्या 67 लाख 32 हजार 506 थी. जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या 68 लाख 11 हजार 150 थी. साल 2003 में 50.29 फीसद पुरुष मतदाता थे. वहीं 49.71 फीसद महिला मतदाता थी. साल 2008 के विधानसभा चुनाव में पुरुष मतदादा 50.44 फीसद यानी कि 76 लाख 75 हजार 813 थे. वहीं महिला मतदाता 49.56 फीसद यानी कि 75 लाख 42 हजार 747 थीं.
साल 2013 और 2018 में भी महिला वोटर पुरुषों से कम: बात अगर साल 2013 के चुनावी आंकड़ों की करें तो पुरुष मतदाता 85 लाख 86 हजार 556 यानी 50.82 फीसद थे. वहीं, महिला मतदाताओं की संख्या 83 लाख 8 हजार 557 थी, यानी 49.18 फीसद. साल 2018 में कुल मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 85 लाख 88 हजार 520 थी. पुरुष मतदाता 93 लाख 19 हजार 158 (50.13 फीसद) थे. वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 92 लाख 68 हजार 474 (49.86 फीसद) रही.
छत्तीसगढ़ में महिला वोटरों में उत्साह: साल 2003, 2008, 2013, 2018 में महिला मतदाताओं की संख्या पर अगर हम गौर करते हैं तो हर साल पुरुष मतदाता महिला मतदाता से अधिक रहे हैं. वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में महिला मतदाताओं की बढ़ी संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस साल महिला वोटर निर्णायक भूमिका में हैं. राजनीतिक दलों को इनके हिसाब से ही घोषणाएं और रणनीति बनानी होगी.