नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 6 जगहों पर छापेमारी की कार्रवाई की है. बीजेपी नेता बिरजू राम ताराम की हत्या की जांच के लिए छत्तीसगढ़ में सीपीआई (माओवादी) से जुड़े संदिग्धों के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई.
एनआईए ने जारी किया बयान: एनआईए की तरफ से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि महाराष्ट्र की सीमा से लगे राज्य के मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले में छह स्थानों यह यह सर्चिंग अभियान चलाया गया. एनआईए की टीमों ने इस सर्च ऑपरेशन में संदिग्धों के परिसरों से मोबाइल फोन, लैपटॉप, प्रिंटर, हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड और पेन ड्राइव जब्त किए हैं. इसके साथ साथ साथ अन्य आपत्तिजनक सामान और दस्तावेज भी एनआईए ने बरामद किए हैं.
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन सीपीआई माओवादी के समर्थकों और ओवरग्राउंड वर्कर्स ओजीडब्ल्यू के आवासीय परिसरों में छापेमारी की गई- एनआईए की तरफ से जारी बयान
एनआईए ने जांच को लेकर क्या कहा ?: बिरजू राम ताराम की हत्या में नक्सल समर्थक और नक्सलियों के ओवरग्राउंड वर्कर्स शामिल थे. एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि समर्थकों ओजीडब्ल्यू पर ताराम की नृशंस हत्या में शामिल सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडरों को शरण देने का आरोप है. उन्हें शरण देने और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल होने के संदेह पर भी जांच की जा रही है.
अक्टूबर 2023 में मोहला मानपुर में बीजेपी नेता बिरजू राम तर्राम की हत्या कर दी गई थी. नक्सल प्रभावित औंधी थाने के सरखेड़ा गांव में आदिवासी ताराम की उसके घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस केस में 8 मार्च 2024 को एनआईए ने जांच शुरू की थी.
सोर्स: पीटीआई