रायपुर: राज्यपाल अनुसुइया उइके ने नारायणपुर के लोगों से मुलाकात की है. नारायणपुर के 58 गांव के आदिवासी पैदल चलकर रायपुर पहुंचे जिसके बाद राज्यपाल ने उनसे मुलाकात की है.
बस्तर से पहुंचे आदिवासियों से राज्यपाल अनुसुइया उइके ने बात की है. उन्होंने उनसे चर्चा के दौरान कहा कि मैं मानती हूं कि लगातार आप लोगों में जागरुकता आ रही है. तभी आप लोग यहां तक पहुंच रहे हैं. नहीं तो सामान्य तौर पर लोग कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर छोड़ देते हैं. जिससे कई मामले वहीं दब जाते हैं.
पेसा कानून को लेकर हुई बात
उन्होंने कहा कि आदिवासियों का शोषण किया गया है. इसे मैं स्वीकार करती हूं. राज्यपाल ने पेसा कानून पर बात करते हुए कहा कि उनकी इस कानून को लेकर मंत्री टीएस सिंहदेव से बात हुई है. उन्होंने इसके साल 2022 तक पास होने की बात कही है. राज्यपाल महोदया ने कहा कि 58 गांव को कांकेर से नारायणपुर जिले में शामिल करने को लेकर रिपोर्ट कलेक्टर से तैयार करवा ली गई है. राज्यपाल ने कहा मैं अपनी तरह से पूरी कोशिश करूंगी की ये काम जल्द से जल्द हो. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि, बस्तर की पीड़ा को मैं जानती हूं. मुझे इस बात का बहुत दुख है कि 2007 से आप लोग लगातार अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं जानती हूं कि आदिवासी आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. वे कठिन परिस्थितियों में भी जीवन जीते हैं. मुझे लगता है कि समस्या का हल काफी पहले ही हो जाना था.
राज्यपाल ने आदिवासियों के साथ किया नृत्य
इस दौरान राज्यपाल अनुसुइया उइके ने सहज भाव से आदिवासियों से मुलाकात और बात की है. बस्तर से पहुंचे सभी लोगों से मुलाकात के बाद वह आदिवासियों के साथ पारंपरिक नृत्य करतीं भी नजर आईं.