रायपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन के समय को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इस लॉकडाउन का असर मंदिरों पर भी देखने को मिल रहा है. राजधानी में मंदिरों के द्वार बंद हैं. जिन भक्तों या श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन करने हैं, वह मंदिर के मुख्य द्वार के बाहर से ही मत्था टेककर लौट रहे हैं. मंदिरों में भगवान की विधिवत पूजा-अर्चना सुबह और शाम वहां के पुजारी कर रहे हैं.
लॉकडाउन का असर इस साल नवरात्र में भी देखने को मिला. 25 मार्च से 2 अप्रैल तक नवरात्र में भी देवी मंदिरों के द्वार बंद थे, लेकिन भगवान और मां दुर्गा की पूजा-अर्चना मंदिर ट्रस्ट की ओर से सुबह-शाम पूरे विधि-विधान से कराई गई. अभी भी सभी देवी-देवताओं की पूजा मंदिर के पुजारी विधि-विधान से कर रहे हैं.
बंद रहेंगे मंदिरों के पट
मंदिर में हो रही पूजा-अर्चना को भक्तों तक सोशल मीडिया के माध्यम से भी पहुंचाया गया था. लॉकडाउन में सभी मंदिरों के मुख्य द्वार पर ताला जड़ा हुआ है. मंदिर आगामी आदेश तक बंद रहेंगे.