रायपुर: बलरामपुर में पंडो जनजाति (pando tribe) के नाबालिग समेत 8 लोगों की पेड़ से बांधकर डंडे और बेल्ट से पिटाई मामले को राज्य अनुसूचित जाति जनजाति आयोग ने संज्ञान में लिया है. मामले में आयोग ने बलरामपुर SP रामकृष्ण साहू को नोटिस भेजा है. जिसमें आयोग ने घटना से संबंधित जानकारी मांगी है. साथ ही आयोग की एक टीम जल्द ही बलरामपुर जाकर मामले की जांच करेगी.
छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य नितिन पोटाई ने बताया कि बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर के चेरा गांव में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पंडो जनजाति के नाबालिग के साथ मारपीट का मामला सामने आया था. मामले की गंभीरता को देखते बलरामपुर एसपी से जानकारी मांगी गई है.
राष्ट्रपति के आठ 'दत्तक पुत्रों' को पेड़ से बांधकर की गई पिटाई, जानें पंचायत ने क्या सुनाया फरमान
जानिए क्या है पूरा मामला
21 जून को रामानुजगंज के डिंडो चौकी क्षेत्र के ग्राम चेरा से दिल दहला देने वाली घटना का वीडियो वायरल हुआ था. बलरामपुर में पंडो जनजाति के लोगों को पेड़ से बांधकर डंडे और बेल्ट से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया (balrampur viral video) में खूब चला. बताया जा रहा है कि सरपंच पति सहित अन्य दबंगों ने तालाब से मछली चोरी का आरोप लगाकर पंडो जनजाति (people of pando tribe) के आठ लोगों को पेड़ से बांधकर पिटाई कर दी थी. वीडियो वायरल होने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया था. वीडियो में साफ दिख रहा था कि सरपंच पति सहित अन्य दबंगों ने तालाब से मछली चोरी का आरोप लगाकर पंडो जनजाति (people of pando tribe) के आठ लोगों को पेड़ से बांधकर डंडे और बेल्ट से पिटाई की. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उनसे गाली-गलौज भी किया था. नक्सलियों की तरह जन दरबार लगाकर वारदात को अंजाम दिया था. हालांकि घटना 15 जून की बताई जा रही है.
बलरामपुर में पंडो जनजाति के लोगों को पेड़ में बांधकर पिटाई करने वाले 10 आरोपी गिरफ्तार
मामले में 10 आरोपी हो चुके गिरफ्तार
मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सरपंच पति समेत 10 दबंगों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था. आदिवासियों से मारपीट करने वाले सरपंच पति सत्यम यादव, जितेंद्र प्रताप यादव उर्फ जेपी यादव, वासुदेव यादव, आलोक यादव, जयप्रकाश यादव, वंशीधर यादव, दीनानाथ यादव, देवसाय यादव, जमुना यादव, जितेंद्र यादव को गिरफ्तार किया था. सभी ग्राम चेरा डिंडो थाना के तीरकुंडा के रहने वाले हैं.
पंडो जनजाति को विशेष संरक्षण प्राप्त
पंडो जनजाति छत्तीसगढ़ की पिछड़ी जनजाति है. इन्हें 'राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र' भी कहा जाता है. इस वजह से इन्हें सरकार की ओर से विशेष संरक्षण मिला हुआ है. हालांकि संरक्षण के बावजूद भी ये अब भी पिछड़े ही हुए हैं.
VIRAL VIDEO: मछली चोरी पर पंडो जनजाति के लोगों की पिटाई, पंचायत और सरपंच पति पर लगा आरोप