रायपुर: विवाद और कालीचरण महाराज दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. महज आठवीं तक की पढ़ाई करने वाले कालीचरण महाराज जिनका जिनका असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है. कालीचरण मूल रुप से महाराष्ट्र के अकोला जिले से ताल्लुक रखते हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर कालीचरण महाराज छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथों गिरफ्तार भी हो चुके हैं, बावजूद इसके उनके तेवर अब भी नरम नहीं पड़े हैं. रायपुर में एक बार फिर कालीचरण महाराज ने कुछ ऐसा कह दिया है जिसपर सियासी बवाल मचना तय है.
विवादों के 'महाराज': रायपुर में विश्व हिंदू परिषद के दफ्तर पहुंचे कालीचरण महाराज ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ की सियासत का तापमान बढ़ा दिया है. महाराज बोलने तो राम मंदिर पर पहुंचे थे, पर विषय से भटककर गोडसे और गांधीजी तक पहुंच गए. कालीचरण ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने से इंकार कर दिया है वो शर्मनाक है. कालीचरण ने कहा कि जो राम का विरोधी है वो राक्षस है. कालीचरण कांग्रेस के खिलाफ बोलते हुए यहीं नहीं रुके, आगे कहा कि ''रघुपति राघव राजा राम देश बचावे नाथूराम'' कांग्रेस का अयोध्या जाने का प्रस्ताव ठुकराना समझ में आता है क्योंकि वो वहां कैसे जाएंगे वहां तो हनुमान जी विराजे हैं, जहां हनुमान जी होते हैं वहां भूत पिशाच नहीं पहुंच पाते. वोट बैंक को बढ़ाने के लिए कांग्रेस सिर्फ एक ही तबके की बात करती आई है. साठ फीसदी हिंदुओं के लिए कभी नहीं सोचा.
साधु संतों को भी नसीहत: कालीचरण महाराज ने कहा कि कहा कि राम मंदिर को लेकर साधु संतों को अहंकार छोड़ देना चाहिए. कई सौ सालों बाद ये पावन मौका है इसमें सहभागी बनना चाहिए. 500 सालों बाद मंदिर निर्माण होना किसी सपने से कम नहीं है. मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में कुछ साधु संतों के शामिल नहीं होने पर कहा कि ऐसे फैसले ठीक नहीं हैं. अयोध्या के बाद काशी, मथुरा और पांच लाख मंदिर बाकी हैं जिनके लिए सभी साथ में आकर खड़े हों.
विवादों से पुराना नाता: साल 2021 में कालीचरण महाराज ने रायपुर के धर्मसंसद में महात्मा गांधी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. कालीचरण ने तब वीडियो जारी कर कहा था कि मुझे फांसी की भी सजा मिले तो मैं बयान वापस नहीं लूंगा. तब की भूपेश बघेल सरकार ने मामला दर्ज किया और 30 दिसंबर को महाराज को खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया. महाराज जेल में रहे फिर तीन महीने बाद जमानत पर छूटे. जमानत पर छूटते ही कालीचरण महाराज ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया और तलवार भी लहराई.
लव जिहाद पर दिया था विवादित बयान: इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कालीचरण महाराज ने लव जिहाद को लेकर भी भड़काउ बयान दिया था. कालीचरण ने कहा था कि लव जिहाद में फंसी युवतियों और महिलाओं को वापस लाने का उनके पास एक नुस्खा है, जिसका इस्तेमाल करने पर लव जिहाद खत्म हो जाएगा. अब देखना दिलचस्प होगा कि कालीचरण महाराज के बयान से क्या हिंदू संगठन भी इत्तेफाक रखते हैं या फिर उनके बयान से किनारा कर लेते हैं.